ग्रामीणों सहित पुलिस, वन विभाग और रेस्क्यू टीम की दस घंटे की मशक्कत के बाद पकडा गया तेंदुआ
ग्रामीणों को मिली राहत
संवाददाता आशीष चंद्रमौलि
बडौत।करीब दस घंटे की मशक्कत और आंख मिचौनी के बाद वन विभाग की टीम ने तेंदुए को कब्जे में किया, जिससे ग्रामीणों ने राहत की सांस ली। इस दौरान तेंदुए को देखने, विडियो बनाने वालों की भीड को हटाने में पुलिस को भी काफी जद्दोजहद करनी पडी।
तहसील क्षेत्र के बरनावा के वन्य क्षेत्र में स्थित एक ईंख के खेत में लगे खटके में तेंदुए का पैर फंस गया।वहीं सूचना पर पहुंचे वन अधिकारियों व रेस्क्यू टीम ने घंटो तक तेंदुए को पकड़ने के लिए अभियान चलाया। रेस्क्यू के दौरान गन से इंजेक्शन लगने के बाद तेंदुआ खटके सहित भाग गया। इसके बाद ड्रोन द्वारा तलाश करने पर करीब 3 बजे तेंदुआ जंगल में बेहोश हालत में पड़ा मिला।
बताया गया कि,बरनावा निवासी नरेश बागड़ी पुत्र राजेराम के ईंख के खेत में शिकारियों ने खटका लगाया हुआ था। रविवार की सुबह खटके में एक तेंदुए का पैर फंस गया। सुबह को खेत में पहुचे किसान ने वहॉ तेंदुए को खटके में फंसे देखा, तो उसके होश उड़ गये। उसने इसकी सूचना ग्रामीणों को दी। जिस पर वहॉ काफी संख्या में ग्रामीण पहुचे ओर तेंदुए की वीडियो और फोटो लेने लगे। इस दौरान तेंदुआ गुर्राता ,तो उनमें भगदड़ मच जाती। सूचना पर पहुची थाना पुलिस ने वहॉ से ग्रामीणों की भीड़ को हटाया तथा सूचना के करीब डेढ़ घंटे बाद रेंजर बड़ौत सुरेन्द्र कुमार व वनकर्मियों की टीम वहॉ पहुंची । उनकी सूचना पर डीएफओ राजेश कुमार, रेंजर हस्तिनापुर क्षेत्र रविकांत ने पहुंचकर तेंदुए को पकड़ने के लिए जाल आदि मंगवाया ओर रेस्क्यू टीम को बुलाया।
इस दौरान तेंदुए को रेस्क्यू के लिए गन से इंजेक्शन तीन बार विफल हुआ। चौथी बार जैसे ही गन से इंजेक्शन तेंदुए को लगा, तो तेंदुआ झटपटा कर गुर्राता हुआ खटके सहित जंगल में भाग गया । इस दौरान वहॉ वन अधिकारियों व जमा भीड़ में भगदड़ मच गयी। ड्रोन कैमरे से वन अधिकारियों ने जंगल में तेंदुए की तलाश शुरू की ,तो तेंदुआ करीब 3 बजे जंगल में बेहोशी की हालत में पड़ा मिला। वन अधिकारियों व रेस्क्यू टीम ने तेंदुए को जाल से लेकर पिंजरे में बंद किया। डीएफओ ने बताया, खटके फंसने के कारण तेंदुए का पैर जख्मी है। पहले इसका उपचार कराया जाएगा।