हनुमान भक्तों के भन्डारे पर नगरपालिका व नगर मजिस्ट्रेट की कार्यवाही से नाराज शंखनाद कार्यकर्ताओं ने डीएम को सौंपा ज्ञापन।
रमेश बाजपेई
रायबरेली। ज्येष्ठ माह के अंतिम मंगलवार को हनुमान भक्तों द्वारा आयोजित किये गए भंडारे पर नगर पालिका व जिला प्रशासन द्वारा की गई कार्रवाई के विरोध में आज शंखनाद के पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं ने जिलाधिकारी माला श्रीवास्तव से मुलाकात की। शंखनाद के पदाधिकारियों ने जिलाधिकारी के माध्यम से मुख्यमंत्री के नाम एक ज्ञापन सौंपा। इस ज्ञापन में बताया गया कि पिछले मंगलवार 30 मई को हनुमान भक्तों द्वारा विभिन्न स्थानों पर भंडारों का आयोजन किया गया था। उसी दिन नगर मजिस्ट्रेट व नगर पालिका परिषद द्वारा विभिन्न स्थानों पर चल रहे भंडारों पर औचक छापामारी की गई और भक्तों को प्रताड़ित किया गया। साथ ही उन पर भारी भरकम अर्थदंड भी लगाया गया। यहां तक कह दिया गया कि भविष्य में भंडारा ना लगाया जाए। जिला प्रशासन द्वारा की गई इस कार्यवाही का शंखनाद ने पुरजोर विरोध किया है और वह मांग करते हैं कि बेवजह लगाए गए अर्थदंड को समाप्त किया जाए साथ ही नगर मजिस्ट्रेट नगर पालिका परिषद के उन अधिकारियों पर भी जांच करके कार्यवाही की जाए। जिन्होंने यह कृत्य किया है। संगठन ने यह भी कहा कि प्रशासन इस मामले पर यदि कोई उचित कार्रवाई नहीं करता है तो 10 कार्य दिवस के बाद शंखनाद परिवार जिले के अन्य हिंदू संगठनों के साथ मिलकर इन अधिकारियों के विरुद्ध आंदोलन छेड़ने को बाध्य हो जाएगा।
ज्ञापन देने के उपरांत शंखनाद संयोजक मुनीश अग्रवाल ने पत्रकारों को बताया की जिस प्रकार हिंदू धर्म में आराध्य हनुमान जी के भंडारों के आयोजकों को पर नगर पालिका एवं नगर मजिस्ट्रेट द्वारा प्रशासनिक कार्यवाही की गई तथा सफाई और प्रतिबंधित प्लास्टिक के उपयोग को दिखा कर भंडारों पर अर्थदंड लगाया गया साथ भी कई भंडारों पर आयोजकों को धमकाया गया उससे हिंदू समाज उद्देलित है। मंगलवार नगर में बाजार बंदी का दिन होता है दुकानें बंद रहती हैं साथ ही बड़ा मंगल होने की वजह से नगर में विभिन्न स्थानों पर भक्तो द्वारा भंडारों का आयोजन किया जा रहा किंतु उसी दिन को प्रशासन द्वारा प्रतिबंधित प्लास्टिक का प्रयोग और अतिक्रमण अभियान चलाया जाना जानबूझ कर हिंदू आस्थाओं पर चोट पहुंचाने के उद्देश्य से किया गया जो निंदनीय है।
संस्था के सह संयोजक रमाकांत मिश्रा,सरदार गुरजीत सिंह तनेजा ने भी इस कार्यवाही की निंदा की। संस्था के सचिव दीपेंद्र सिंह ने इस कार्यवाही को जानबूझ कर हिंदू आस्थाओं पर चोट करने वाला कृत्य करार दिया।
इस मौके पर विमल वाजपेई, अजय गुप्ता, दीपेंद्र सिंह, दिनेश मिश्रा, भूपेंद्र श्रीवास्तव, राकेश त्रिपाठी, प्रत्यूष अवस्थी, राजेश सिंह, दयाशंकर अवस्थी, अनिल कुमार पांडे,अमरेंद्र सिंह, विजय त्रिवेदी, दीपक सिंह, भानु जायसवाल, हरिहर, जगदीश शुक्ला, मान बहादुर सिंह, कौशलेंद्र, राजेश यादव, अमरेंद्र दिवाकर आदि एलआईसी अभिकर्ता गण भी उपस्थित रहे।