बहु प्रसिद्ध बाबा हजरत फतेह शहीद शाह की मजार पर पहली बार हुआ झंडारोहण कार्यकृम।
सैकड़ों की संख्या में मुस्लिम वा हिंदू भाईयों ने मिलकर किया झंडारोहण
खीरों रायबरेली। देश को किसी मजहब से नहीं जोड़ा जा सकता, हमारा देश भाईचारे का प्रतीक हैं आज भी हम सब लोग एक है , बस कुछ नेताओं ने अपनी कुर्सी और वोट के लिए आपसी प्रेम और भाईचारे में तोड़ने का काम करते हैं पर ये भारत भूमि है यहां पर ना हिंदू ना मुस्लिम ना ईसाई और ना सिख बस एक ही संदेश जानते हैं वो है आपसी भाईचारे का हिन्दू, मुस्लिम, सिख,ईसाई आपस में सब भाई भाई ही होना चाहिए, लेकिन आजकल सिर्फ धर्मवाद ही चल रहा , और धर्मवाद में चंद लोग एक दूसरे धर्म की बुराई कर रहे हैं इतने सालो तक अंग्रेजों और मुगल बादशाहो ने शासन किया तब धर्म खतरे मे नही था आज धर्म खतरे में हो गया, इस आज के कार्यक्रम की वास्तव में कुछ लोगो का नजरिया जरूर बदल देगा ये देश किसी एक का नही हम सबका है, खीरों की बहु प्रसिद्ध बाबा हजरत फतेह शहीद शाह की मजार पर पहली बार झंडारोहण किया गया। सांप्रदायिक सौहार्द की मिसाल बनी दरगाह कमेटी के आमंत्रण पर समाजसेवी सुनील शुक्ला ने बतौर मुख्य अतिथि पहुंचकर ध्वजारोहण किया और सबको गणतंत्र दिवस की शुभकामनाएं दी। जंग-ए- आजादी में असफाक उल्ला खां, मौलाना हुसैन अहमद मदनी, शाह अब्दुल अजीज़ जैसे राष्ट्र भक्तों के त्याग और बलिदान के लिए भारत सदैव कृतज्ञ रहेगा। इस सोच के लिए दरगाह कमेटी के कार्यवाहक अध्यक्ष अनवर खां उर्फ चीनी और सदर शीबू खां को बधाई। उम्मीद है कि यह परंपरा सदैव कायम रहेगी। ????????जय हिंद जय भारत ????????