चंदायन में मेला आयोजन को लेकर बढ़ा विवाद , अधिकारियों की दोनों पक्षों से वार्ता रही बेनतीजा
संवाददाता मनोज कलीना
बिनौली। चंदायन गांव स्थित प्राचीन सिद्ध शक्तिपीठ दुर्गामंदिर परिसर में चैत्र नवरात्र में आयोजित होने वाले मेले को लेकर रार उत्पन्न हो गई। बीच बचाव को लेकर पुलिस प्रशासन के अधिकारियों ने दोनों पक्षों से वार्ता की, लेकिन वार्ता बेनतीजा रही। अब एसडीएम ने दोनों पक्षों को अपने कार्यालय में बुलाया है।
चंदायन गांव में प्राचीन सिद्धशक्ति पीठ दुर्गामंदिर है ,जिसके परिसर व आसपास की जमीन पर हर वर्ष चैत्र नवरात्र में भजन कीर्तन, सांस्कृतिक कार्यक्रम के साथ आठ दिवसीय मेला संस्थापक अशोक पाल की देखरेख में होता है। पिछले वर्ष भी प्रशासन की अनुमति से अशोक पाल ने आयोजन कराया था , लेकिन इस बार पूर्व प्रधान व वर्तमान प्रधान ने मंदिर की एक समिति पंजीकृत कराकर मेला आयोजन की अनुमति मांगी है।दूसरी ओर मंदिर संस्थापक अशोक पाल ने भी गत वर्ष की भांति इस बार भी प्रशासन से अनुमति मांगी है।
दोनों पक्षों का तर्क सुनने एसडीएम अमरचंद वर्मा चंदायन मंदिर पहुंचे, जहां उन्होंने दोनों पक्षों के लोगों को सुना। इस दौरान एक पक्ष द्वारा पंजीकृत समिति के बजाय दोनों पक्षों के सर्वसमाज के लोगों की एक समिति बनाने पर विचार हुआ। एसडीएम ने भी मेला आयोजन के लिए दोनों पक्षों की सहमति से एक नई समिति बनाने को कहा। काफी देर तक विचार विमर्श के बाद तय हुआ कि, बुधवार सुबह दोनों पक्षों को एसडीएम ने अपने कार्यालय में बुलाया है। जहां मेला आयोजन के लिए एक समिति गठित की जायेगी। इस दौरान इंस्पेक्टर ओमप्रकाश सिरोही, चौकी इंचार्ज सुभाष यादव, अशोक पाल, श्यामबीर, आदित्य पाल, बिजेंद्र पाल, रामबीर पाल, लखमीचंद, योगेंद्र सिंह, ईश्वर सिंह, सोमदत्त पाल व ग्राम प्रधान भी मौजूद रहे।