नाबालिक युवती के अपहरण में थाना पुलिस को नहीं मिला कोई सुराग, तो पीड़ित पहुंचा एसपी चौखट।
रमेश बाजपेई
महराजगंज रायबरेली।पुलिस की लचर कार्यशैली के चलते फरियादियो को नहीं मिल रहा न्याय। प्रदेश सरकार एक तरफ जहां महिलाओं को न्याय देने के लिए कटिबद्ध है तो वहीं महाराजगंज कोतवाली में तैनात प्रभारी निरीक्षक बालेंदु गौतम की कार्यशाली लगातार सुर्खियों में बनी हुई है। मामला कोतवाली क्षेत्र के गोलहा मजरे जिहवा गांव का है जहां की रहने वाले एक युवक ने अपनी नाबालिक पुत्री का अपहरण का आरोप लगाते हुए नामजद शिकायती पत्र देते हुए कार्रवाई की मांग की है वही आरोप है कि महाराजगंज पुलिस ने अज्ञात में मामला दर्ज करते हुए पुलिस की छवि धूमिल करने का काम किया घटना के लगभग एक सप्ताह से अधिक बीत जाने के बाद भी पुलिस अब तक नाबालिक किशोरी को बरामद नहीं कर पाई और अज्ञात में मुकदमा दर्ज कर खानापूर्ति कर ली। लेकिन सवाल वहां खड़ा होता है कि जब प्रतिवादी ने नामजद तहरीर दी और मुकदमा अज्ञात में दर्ज किया गया तो कहीं ना कहीं पुलिस प्रशासन की कार्यशैली पर सवालिया निशान खड़ा होना लाजिमी हो जाता है।