नवजीवन इंटर कॉलेज बहसूमा में गणतंत्र दिवस पर मुख्य अतिथि रहे पूर्व मंत्री प्रभु दयाल बाल्मीकि
ब्यूरो प्रवीण उपाध्याय
बहसूमा--- 74 वें गणतंत्र दिवस पर बहसूमा नव जीवन इन्टर कालिज बहरमा में गणतन्त्रदिवस पर मुख्य अतिथि के रूप में प्रभु दयाल बाल्मिकी पूर्व मन्त्री उत्तर प्रदेशने कहा कि आज हम आजादी का 74वाँ गणतन्त्र दिवस मना रहे आज ही के दिन बाबा सहाब डा० भीम राव अम्बेडकर जी का बनाया हुआ संविधान देश में लागू हुआ था। आज ही के दिन भारतवर्ष को आजादी मिली थी। नवजीवन इंटर कॉलेज के बच्चों ने सुन्दर-सुन्दर प्रस्तुति दी। देश की आजादी के अच्छे-अच्छे गीतों की प्रस्तुति दी। चूंकिआ ज गणतन्त्रदिवस के साथ बसन्त पंचमी का पावन पर्व भी है। इस पर कालिज की ओर से मा सरस्वती जी की मूर्ति पर माला अर्पण कर पूजा अर्चना की और कहा कि मां सरस्वती शिक्षा और सुर संगीत की देवी है मां सरस्वती के बिना मानव जीवन में शिक्षा अधूरी है जब हम कहीं भी शिक्षण संस्थाओं में शिक्षा ग्रहण करने जाते हैं हमें सर्वप्रथम मां सरस्वती का ध्यान करना चाहिए क्योंकि जहां सरस्वती का वास मां सरस्वती का वास होता है वहीं शिक्षा का वास होता है इसीलिए मां सरस्वती को शिक्षा में संगीत की देवी कहां गया संगीत कला भी मां सरस्वती की देन है यदि कोई भी कलाकार किसी भी मंच पर किसी भी स्थान पर इसी कला का प्रदर्शन करता है चाहे वह गीतकार हो चाहे संगीतकार हो चाहे किसी भी कलाकार कलाकार हो उसे सर्वप्रथम मां सरस्वती को ही याद करना चाहिए 26 जनवरी नवजीवन इंटर कॉलेज वेसोमा में 74 वें गणतंत्र दिवस पर बोलते हुए प्रभु दयाल बाल्मीकि पूर्व मंत्री उत्तर प्रदेश पूर्व विधायक हस्तिनापुर में कहां की गणतंत्र दिवस हमारे जीवन का एक अमूल्य पर्व है जहां हम दिवालिया होली मनाते हैं उस से बढ़कर भी कहीं हमारे जीवन में 26 जनवरी का दिन होता है इस गणतन्त्र दिवस पर गणतंत्र दिवस के शुभ अवसर पर प्रभु दयाल बाल्मीकि पूर्व विधायक हस्तिनापुर में नवजीवन इंटर कॉलेज वैष्णो मां के प्रिंसिपल श्री रतिराम मामी जी को वह मंच पर उपस्थित स्वराज सिंह हूं ज्ञानेंद्र तोमर अरविंद तोमर पूर्ण विश्वास जी भूपेंद्र जी श्री सत्यपाल और प्रबंधक जी को एहतेशाम जी तथा विभिन्न विभिन्न कॉलेजों से आए हुए सभी प्रधानाचार्य अध्यापकों अध्यापक अध्यापिका वे तमाम स्टाफ को बधाई दी