सीएम योगी ने की आयुर्वेद का उद्घाटन
मेरठ- सूबे के सीएम योगी आदित्यनाथ ने आयुर्वेद पद्धति की जबरदस्त पैरवी की है। सीएम योगी सीसीएसयू में तीन दिनी आयुर्वेद सम्मेलन को बतौर मुख्य अतिथि संबोधित कर रहे थे। इस मौके पर उपराष्ट्रपति जगदीप धनकड़ व राज्यपाल आनंदीबेन पटेल भी मौजूद रहीं। वहीं दूसरी ओर सीएम को ज्ञापन देने जा रहे वकीलों को पुलिस ने हिरासत में लेकर थाने में ले जाकर बैठा दिया। इसको लेकर जमकर हंगामा हुआ। मुख्यमंत्री ने कहा कि मेरठ भारत के इतिहास की धरती है। महाभारत की धरती है। हस्तिनापुर ने महाभारत की नींव रखकर इतिहास रचा था। धर्म, कर्म, काम, मोक्ष इससे संबंधित जो है, वह इस ग्रंथ में हैं। कहा कि मेरठ क्रांति धरा है। अन्नदाता किसानों के पुरुषार्थ की धरा है। 21 जून को पूरी दुनिया योग दिवस मना रही है। हर कस्बे, प्रांत, शहर में लोग योग की हर क्रिया से जुड़ते हैं। पीएम मोदी के प्रयासों का परिणाम आज हमारे सामने है। सीएम योगी ने कहा कि इतने सारे आयुर्वेद के विशेषज आज एक मंच पर मौजूद हैं, यह बड़े सौभाग्य की बात है। राज्यपाल आनंदी बेन पटेल ने महासम्मेलन में सभी का अभिवादन करते हुए कहा कि आयुर्वेद का प्रचार-प्रसार किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि यह महासम्मेलन पूरे वेस्ट उत्तर प्रदेश के लिए गर्व की बात है। उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने कहा भारत की सांस्कृतिक विरासत का झंडा दुनिया भर में बज रहा है। उत्तर प्रदेश में कानून व्यवस्था दुरुस्त हो गई है। प्रधानमंत्री के विजन की वजह से देशभर में भारत का डंका बज रहा है। सभी पद्धतियों का सम्मान करता हूं, लेकिन आयुर्वेद को अपनाना चाहिए।
आयुर्वेद चिकित्सा का उठाएं लाभ – लक्ष्मीकांत वाजपेई
अखिल भारतीय आयुर्वेद सम्मेलन के आयोजन को लेकर राज्यसभा सदस्य डॉ. लक्ष्मीकांत वाजपेई ने कहा कि तीन दिवसीय सम्मेलन में सभी आमजन आयुर्वेद चिकित्सा का लाभ उठाएं। निशुल्क ओपीडी रहेगी। पहली बार मेरठ में ऐसा सम्मेलन हो रहा है जिसमें उपराष्ट्रपति, राज्यपाल और मुख्यमंत्री के अलावा आयुर्वेद जगत से जुड़ी तमाम हस्तियों का मौजूद होना मेरठ के लिए गौरव की बात है। यहां उल्लेखनीय है कि राज्यसभा सासंद डा. लक्ष्मीकांत वाजपेयी की मेरठ में एक पहचान आयुर्वेद के विशेषज्ञ वैज्ञानिक के रूप में भी की जाती है। आयुर्वेद पर उनकी गूढ पकड़ है। अनेक असाध्य रोगों का इलाज वह आयुर्वेद पद्धति से कर भी चुके हैं।