आवारा पशुओं से किसान परेशान शाम ढलते ही खेतों में घुसकर फसल नष्ट कर रहे हैं पशु।

आवारा पशुओं से किसान परेशान शाम ढलते ही खेतों में घुसकर फसल नष्ट कर रहे हैं पशु।


 बहसूमा प्रवेंद्र कुमार जैन। बहसूमा क्षेत्र के ग्रामीण अंचल में तमाम गोवंश खुलेआम घूम रहे हैं। सैकड़ों की संख्या में आवारा खेतों में घुसकर फसलों को चट कर रहे हैं। किसान रातो में जागकर फसलों की रखवाली करने पर मजबूर हो रहे है। आवारा पशु खेतों में घुसकर किसानों की खून पसीने से सिचाई की गेहूं, सरसों, जौ, बरसीम की फसल को चट कर रहे हैं। शाम ढलते ही गोवंश का रुख खेतों की ओर हो जाता है। अनेक किसानों ने फसल को आवारा गोवंश से बचाने के लिए अपने खेतों के चारों और रस्सियों से बाध लगा रखी है। लेकिन यह रस्सियां भी गोवंश को खेतों में घुसने से नहीं रोक पा रही है। मजबूरन किसानों को रातों में आवारा गोवंश से अपनी फसल को बचाने के लिए खेतों की रखवाली करनी पड़ रही है।गौशाला में नहीं भेजे जा रहे गोवंश सरकार के निर्देश पर प्रशासन ने जगह-जगह गौशाला खुलवा रखी है। लेकिन फिर भी बड़ी तादाद में  छुट्टा पशु घूम रहे हैं। आवारा गोवंश की समस्या से किसानों को निजात नहीं मिल पा रही है। लेकिन उच्चाधिकारियों का इस और कोई ध्यान नहीं है। आवारा गोवंश की समस्या जस की तस बनी हुई है। किसानों का कहना है कि आवारा गोवंश खून पसीने से तैयार की गई फसल को काफी नुकसान पहुंचा रहे हैं। रात्रि में लाठी और टोर्च लेकर किसान खेतों की रखवाली करने पर मजबूर हो रहे हैं।