गौभक्ति :  गुर्जर कमल आर्य ने गौ-माता को राष्ट्र माता बनाने को उठाई 51 लीटर गंगाजल से भरी कांवड

93 दिन में होगी एक हजार एक सौ किलोमीटर की पैदल कावड़ यात्रा

गौभक्ति :  गुर्जर कमल आर्य ने गौ-माता को राष्ट्र माता बनाने को उठाई 51 लीटर गंगाजल से भरी कांवड

अनिल चौधरी  ब्यूरो रिपोर्ट 

सासनी। गौ-माता को राष्ट्रमाता बनाने के लिए पानीपत के गुर्जर कमल आर्य ने इक्यावन लीटर गंगाजल से भरी कांवड को उठाया है और उसे यह पैदल यात्रा पूरी कर महाशिवरात्रि पर उज्जैन में भगवान भोलेनाथ का जलाभिषेक करेगा। गुरूवार को सासनी से गुजरी कांवडयात्रा का यहां पुष्पवर्षा कर जोशीला स्वागत किया गया। पानीपत जिले के रिशुपुर गांव के गौ भक्त गुर्जर कमल आर्य ने हरिद्वार हर की पौड़ी से इक्यावन लीटर गंगाजल अपनी कावड़ में उठाया है और तिरानवे दिन की उनकी पैदल एक हजार एक सौ किलोमीटर की कावड़ यात्रा है। यह यात्रा कमल ने जो छब्बीस नवंबर को शुरू हुई थी और वह छब्बीस फरवरी को महाशिवरात्रि के दिन यह कावड़ बाबा महाकाल की नगरी उज्जैन में महाकाल का जलाभिषेक करेगा। कमल ने बताया कि गौ माता को राष्ट्र माता घोषित किया जाए चूंकि गौ माता ही राष्ट्र माता है। कावड़ अलीगढ़ होतेे हुए जब सासनी शहर पहुंची तो यहां मौजूद गौभक्तों और अन्य लोगों ने पुष्पवर्षा कर कावंडयात्रा का जोशीला स्वागत करते हुए कांवड यात्रा के सकुशल पहुंचने की प्रार्थना की। इस मौके पर राधे गुरुजी हरिगढ़ वाले, और उनकी पूरी टीम एवं रोहित पचौरी की टीम व समस्त सनातनी भक्त मौजूद थे।