जनता की शिकायतों पर लापरवाही: नौ अधिकारी जिला प्रशासन की रडार पर, कड़ी कार्रवाई के संकेत
कानपुर। जनता की शिकायतों को अनदेखा करने वाले अधिकारियों के खिलाफ अब जिलाधिकारी राकेश कुमार सिंह ने सख्त रुख अपना लिया है। 1 से 21 दिसंबर तक हुई निगरानी में नौ विभागों के अधिकारियों का प्रदर्शन बेहद लचर पाया गया है। नगर निगम, केस्को, डीआईओएस और अन्य विभागों में शिकायतों के निस्तारण में घोर लापरवाही देखी गई है।
जिलाधिकारी ने इस पर नाराजगी जताते हुए संबंधित अधिकारियों को कड़ा पत्र लिखा और जवाब मांगा है। जिलाधिकारी ने कहा कि शिकायतों का समय पर निस्तारण न होना प्रशासनिक दक्षता पर सवाल खड़े करता है। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि स्थिति नहीं सुधरी, तो दोषी अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
जनसुनवाई पोर्टल पर रैंकिंग में गिरावट
लोकसभा चुनाव के बाद से जनसुनवाई पोर्टल (आईजीआरएस) पर जिले की रैंकिंग में लगातार उतार-चढ़ाव देखने को मिला है। जिलाधिकारी ने रैंकिंग सुधारने के लिए निगरानी तंत्र को मजबूत किया, लेकिन शिकायतों के निस्तारण में विभागीय लापरवाही सामने आई।
ये अधिकारी हैं रडार पर
जिलाधिकारी ने नगर आयुक्त, केस्को प्रबंध निदेशक, अपर आयुक्त (व्यापार कर ग्रेड-1), अपर नगर मजिस्ट्रेट (चतुर्थ व षष्ठम), अधिशासी अधिकारी (नगर पंचायत बिठूर), क्षेत्रीय प्रबंधक (यूपीसीडा), जिला विद्यालय निरीक्षक और अधिशासी अभियंता (सिंचाई) को लापरवाही के लिए जिम्मेदार ठहराते हुए पत्र भेजा है।
बिल्हौर में लेखपाल निलंबित
बिल्हौर में जमीन मुआवजे के एक मामले में लेखपाल और कानूनगो ने गलत रिपोर्ट लगाई थी, जिससे शिकायत निस्तारण की प्रक्रिया बाधित हुई। इस पर लेखपाल को निलंबित कर दिया गया।
प्रशासन का सख्त संदेश
जिलाधिकारी ने कहा है कि शासन स्तर पर भी इन मामलों की निगरानी हो रही है। शिकायतों का समय पर निस्तारण न करने वाले अधिकारियों को बख्शा नहीं जाएगा। उन्होंने अधिकारियों को प्रतिदिन विभाग स्तर पर शिकायतों के निस्तारण की प्रक्रिया में तेजी लाने के निर्देश दिए हैं।
जनता की शिकायतों को प्राथमिकता देने और प्रशासन में जवाबदेही बढ़ाने के लिए यह कार्रवाई जिला प्रशासन की गंभीरता को दर्शाती है।