विकास की बातें : कुछ सभासद राजनैतिक द्वेष के चलते मेरी तथा पालिका की छवि धूमिल करने का कर रहे असफल प्रयास : पूर्व सांसद दिवाकर
-विरोधी सभासदों पर साधा निशाना और गिनाए नगर पालिका क्षेत्र में किये गए विकास कार्य
-85 सड़कों का पूरा हो चुका है निर्माण कार्य और 71 सड़कों पर है काम जारी
-नगर में 30 स्थानों पर नवीन इण्डिया मार्क-2 हैण्डपम्प और 35 को कराया रिबोर
-682 हैण्डपम्प और 602 लीकेज पाइप लाइनों की कराई मरम्मत, 11 सडकों का निर्माण 9 सडकों पर कार्य जारी
अनिल चौधरी ब्यूरो रिपोर्ट
हाथरस। नगर पालिका परिषद, के कुछ सभासदों द्वारा राजनैतिक विद्वेश के चलते मेरी तथा पालिका की छवि धूमिल करने का असफल प्रयास किया जा रहा है। सभासदों द्वारा बार-बार शहर में विकास कार्य न होने का आरोप लगाते हुए मुझे व मेरे परिवार को बदनाम करने की नाकाम कौशिश की जा रही है। दिनांक 15 जून 2023 को नगर पालिका की प्रथम बोर्ड बैठक आहूत कर मेरे बोर्ड का कार्यकाल शुरू हुआ। मेरे तथा सभासदों तथा पालिका के अधिकारियों एवं कर्मचारियों द्वारा अधिक प्रयास कर शहर के विकास कार्यों हेतु 15वाँ वित्त आयोग के अन्तर्गत प्राप्त अनुदान कुल 10 करोड़ 86 लाख की लागत से 156 का निर्माण कार्य स्वीकृत कराया, जिनमें से लगभग 85 सड़कों का निर्माण कार्य पूरा हो चुका है और 71 सड़कों पर निर्माण कार्य चल रहा है, जो अगले एक माह में पूर्ण हो जायेगा। आने वाले दिनों में लगभग 8 करोड की लागत से विकास कार्यों को स्वीकृति के लिए जिलाधिकारी की अध्यक्षता में गठित समिति के समक्ष प्रस्ताव भेजे जायेगे, जिन्हें अभी तैयार कराया जा रहा है। इसी प्रकार हमारे द्वारा राज्य वित्त आयोग से धन की उपलब्धता के आधार पर स्वीकृत कुल 4 करोड 38 लाख की लागत से 20 निर्माण कार्यों को कराया जा रहा है। यह सडकें इतनी जर्जर थी, लोगों को आवागमन में दिक्कतें होती थी। इनमें से 11 सडकों का निर्माण कार्य पूरा हो चुका है और 9 सडकों पर कार्य जारी है, जो अगले एक माह में पूर्ण हो जायेगा। हमारे द्वारा पेयजल की समस्या से आमजन को निजात दिलाने हेतु अभी तक 15वाँ वित्त आयोग व राज्य वित्त आयोग से नगर में 30 स्थानों पर नवीन इण्डिया मार्क-2 हैण्डपम्प लगवाये गये है और 35 हैण्डपम्पों को रिबोर कराया गया है और इसके अलाव अब तक नगर में खराब पडे 682 हैण्डपम्पों की मरम्मत कर चालू कराया गया है तथा 602 लीकेज पाइप लाइनों की मरम्मत भी कराई है। पेयजल की दृष्टि से शहर के कई विद्यालयों में आरओ वाटर की स्थापना कराई गई और कई विद्यालयों में आवश्यकतानुसार समरसेबिल पम्प सेट स्थापित कराकर छात्र-छात्राओं को शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराने की व्यवस्था की गई है तथा जिन क्षेत्रों में पेयजल हेतु समुचित पाइप लाइन नहीं है और क्षेत्रों में पाइप लाइन बिछाने का कार्य प्राथमिकता के आधार पर कराया गया है। इसी प्रकार शहर में जगह-जगह हो रहे जलभराव से निजात दिलाये जाने हेतु राज्य सेक्टर के अन्तर्गत शासन से प्राप्त अनुदान के सापेक्ष शहर में जगह-जगह सीवर लाइन-ड्रेनेज पाइप लाइन डाली जा रही है और आगे भी यह प्रक्रिया निरन्तर जारी रहेगी।
हमारे द्वारा अथक प्रयास कर शहर के विभिन्न अंधकार वाले क्षेत्रों में पर्याप्त
पथ प्रकाश व्यवस्था हेतु 90 वाट की 242 लाइटों को पोल पर लगवाया गया है तथा शहर के सर्वाधिक महत्वपूर्ण 10 स्थलों पर 16 मीटर लम्बाई के हाईमास्ट पोलों को स्थापित कराया गया। लहरा रोड पर 60 विभिन्न स्थानों पर 7 मीटर लम्बाई के हाईमास्ट पोलों को स्थापित करने की प्रक्रिया चालू हो चुकी है। इसके अतिरिक्त नगर में बन्द-खराब लाईटों
शहर की सफाई व्यवस्था हेतु पर्याप्त संख्या में सफाई मजदूरों की आपूर्ति प्राप्त कर सफाई कार्य कराया जा रहा है। दिन के साथ-साथ रात्रि में भी सफाई कार्य बाजारों में कराया जाता है। अब तक शहर की सफाई व्यवस्था के लिए 200 हाथठेला, 7 मिनी टिपर, 1 रिफ्यूज कॉम्पेक्टर, 8 ई-रिक्शा, 50 हाथ रिक्शों की आपूर्ति ली जा चुकी है तथा 15वाँ वित्त के अन्तर्गत स्वीकृत लगभग कुल 1 करोड 33 लाख की लागत से 1 बैकहो लोडर, 1 टिपर 8 क्यूविक मीटर, 2 मोबाइल टॉयलेटों, 2 बडे ट्रैक्टर एवं 4 छोटे ट्रेक्टरों की आपूर्ति हेतु निविदा आमंत्रण की कार्यवाही चल रही है और राज्य वित्त अन्तर्गत लगभग रू0 52.00 लाख की लागत से एक जेसीबी व दो बडे ट्रैक्टरों को खरीदे जाने की कार्यवाही नियमानुसार की जा रही है, जिससे शहर की सफाई व्यवस्था पहले से और भी बेहतर होगी।