मदर्स इंटरनेशनल स्कूल के संस्थापक कृष्ण लाल घुम्मन की द्वितीय पुण्यतिथि पर विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया।

मदर्स इंटरनेशनल स्कूल के संस्थापक कृष्ण लाल घुम्मन की द्वितीय पुण्यतिथि पर विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया।


मवाना इसरार अंसारी। सिर्फ हंगामा खड़ा करना मेरा मकसद नहीं शर्त यह है कि सूरत बदलनी चाहिए। किसी शायर के द्वारा लिखी गई है पंक्तियां मदर्स इंटरनेशनल पब्लिक स्कूल की प्रबंधक सरबजीत घुम्मन पर सटीक बैठता है क्योंकि क्योंकि देश के लिए अपने प्राणों की आहुति देने वाले। मदर्स इंटरनेशनल पब्लिक स्कूल के प्रबंधक कृष्ण लाल घुम्मन की पत्नी सरबजीत घुम्मन हमेशा समाज के प्रति उनकी सोच अलग ही रहती है उन्हें अपनी प्रसिद्धता से ज्यादा अपने पति की तरह देश से प्यार है वह इस कलयुग और भ्रष्टाचार के दौर में भी ईमानदारी और इंसानियत की अलख जगाने में लगी है। वह बात अलग है कि भ्रष्ट लोग उनसे ईर्ष्या रखते हैं। लेकिन उनकी ईमानदारी को देखते हुए उन्हें ईमानदार लोगों का सहयोग मिल रहा है चाहे वह प्रदेश के मुख्यमंत्री से लेकर नगर के थाने में तैनात होमगार्ड तक क्यों ना हो। बता दें कि मदर्स इंटरनेशनल स्कूल के निर्माता कृष्ण लाल घुम्मन की द्वितीय पुण्यतिथि के अवसर पर श्रम शक्तिदिवस कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसमें विद्यालय के  सहायक कर्मियों का स्वागत करते हुए उनको सम्मानित किया गया  कार्यक्रम का शुभारंभ मां सरस्वती के समक्ष दीप प्रज्वलित करके किया गया। इसके पश्चात विद्यालय संस्थापक को श्रद्धांजलि देते हुए सभी ने उनकी तस्वीर पर माल्यार्पण की। कार्यक्रम में मलिन बस्तियों से बुलाए गए गरीब बच्चों को भोजन जलपान कराया गया कार्यक्रम में सर्वप्रथम छात्र एवं छात्राओं द्वारा सभी का तिलक करके अभिनंदन किया गया। इसके पश्चात बच्चों ने स्वागत गीत द्वारा नृत्य प्रस्तुत कर सभी को भावविभोर कर दिया छोटे-छोटे बच्चों ने स्लोगन बोलकर सबका मन मोह लिया। विद्यालय की प्रबंधक सरबजीत घुम्मन ने उन्हें उपहार भेंट किए तथा अपने साथ निष्ठा पूर्ण कार्यरत रहने के लिए सभी का आभार व्यक्त किया। विद्यालय की प्रधानाचार्य प्रियंका सिंह ने विद्यालय के पूर्व प्रबंधक कर्नल कृष्ण लाल घुम्मन की पुण्यतिथि के अवसर पर उनको याद करते हुए ईश्वर से कामना की के उनका आशीर्वाद सदा हम पर बना रहे। आए हुए सभी  अतिथिगण का आभार प्रकट किया। कार्यक्रम में विद्यालय के अध्यापक एवं अध्यापिकाओ ने सभी को अपने हाथों से भोजन करवाकर उन्हें सम्मानित किया।