यूपी में ऐसे होगा महिला सशक्तिकरण पत्नी की जगह पति ने संभाला कामकाज

नगर पंचायत मौन

यूपी में ऐसे होगा महिला सशक्तिकरण पत्नी की जगह पति ने संभाला कामकाज

यूपी में ऐसे होगा महिला सशक्तिकरण पत्नी की जगह पति ने संभाला कामकाज

- सफाई कर्मचारियों की बैठक लेकर दिए आवश्यक दिशा निर्देश

- शपथ से पहले भी अध्यक्षा की कुर्सी पर नजर आए थे चेयरमैन पति

- यहां नियमों के नहीं कोई मायने

थानाभवन- महिला सशक्तिकरण के दावे को खोखला साबित करने वाले थानाभवन नगर पंचायत अध्यक्षा के पति ने नियमों को ताक पर रख नगर पंचायत टाउन हॉल में सफाई कर्मचारियों की बैठक लेकर उन्हें आवश्यक दिशा निर्देश दिए एवं जो कर्मचारी काम नहीं करेगा उसे कार्रवाई की चेतावनी दी। इस दौरान मंच पर कई महिला सभासद की जगह उनके पति सहित एक अन्य व्यक्ति भी मंच पर बैठक लेता नजर आया। मामला शपथ से पहले भी अध्यक्षा की कुर्सी पर बैठने से पूर्व विवादित हो चुका है।

देश की सरकार भले ही महिला सशक्तिकरण के लाख दावे कर ले और सरकार भी महिलाओं की सीट आरक्षित करते हुए महिलाओं को बराबरी का दर्जा देने की कोशिश कर ले, लेकिन आज भी महिला सशक्तिकरण के नाम पर मात्र खानापूर्ति अक्सर देखने को मिल जाती है। जनता द्वारा शामली की थानाभवन नगर पंचायत में महिला अध्यक्षा मुशयदा को चेयरमैन चुना गया,लेकिन शपथ से पहले ही उनके पति की नगर पंचायत टाउन हॉल में अध्यक्षा की कुर्सी पर बैठ कर मीटिंग लेने की वीडियो वायरल होने पर खूब चर्चा हुई थी। जिसके बाद नगर पंचायत अधिशासी अधिकारी ने दोबारा ऐसा ना होने का आश्वासन दिया था, लेकिन मंगलवार के दिन थानाभवन नगर पंचायत में चेयरमैन पति राव हाजी जमशेद ने टाउन हॉल में सफाई कर्मियों की एक बैठक लेते हुए कस्बे की साफ सफाई व्यवस्था को लेकर आवश्यक दिशा निर्देश दिए। उन्होंने मंच से सफाई कर्मचारियों से कहा कि जो भी सफाई कर्मचारी कस्बे में बढ़िया काम नहीं करेगा उसके खिलाफ कार्रवाई भी की जाएगी। वहीं अगर कोई सही ढंग से अपना काम को अंजाम देगा तो उसे प्रोत्साहित किया जाएगा। किसी अगर सफाई कर्मचारियों को सफाई करने के औजारों की आवश्यकता है तो उसकी समय से पूर्ति की जाएगी। इस दौरान मंच पर कुछ चुनिंदा सभासदों के साथ कई महिला सभासदों के पति भी बैठक लेते नजर आए। हैरत की बात तो यह है कि मंच पर एक अन्य व्यक्ति भी बिना किसी पद एवं कोई जनप्रतिनिधि ना होते हुए भी बैठक में मंच पर दिखाई दिया और सफाई कर्मचारियों को भी दिशानिर्देश दे रहे थे। पूर्व में भी महिला अध्यक्षा की जगह उनके पति द्वारा कामकाज संभालने की चर्चा क्षेत्र में होने पर अधिकारियों ने कार्रवाई के आदेश दिए थे, लेकिन इसके बावजूद भी लगातार नियमों को ताक पर रखकर खुलेआम अध्यक्षा की जगह उनके पति कामकाज की बागडोर संभाल रहे हैं।