1971 के युद्ध में शहीद कैप्टन मदनपाल सिंह चौहान को श्रद्धांजलि
वक्ताओं ने शहीद सैनिक के जीवन पर डाला प्रकाश
शामली। कांधला क्षेत्र के गांव जसाला निवासी शहीद कैप्टन मदनपाल सिंह चौहान की पुण्यतिथि पर शुक्रवार को गांव में हवन कर उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की। इस दौरान वक्ताओं ने कहा कि कैप्टन मदनसिंह चौहान ने 1971 के भारत-पाकिस्तान युद्ध में अदम्य साहस का परिचय देते हुए पाकिस्तानी सेना को धूल चटा दी थी और लडते-लडते वीरगति को प्राप्त हो गए थे। इस दौरान भारी संख्या में लोग मौजूद रहे।
जानकारी के अनुसार 1971 के भारत-पाकिस्तान के युद्ध में शहीद हुए कांधला के गांव जसाला निवासी कैप्टन मदनपाल सिंह चौहान की पुण्यतिथि पर शुक्रवार को गांव स्थित शहीद कैप्टन मदनपाल जूनियर हाईस्कूल के प्रांगण में उनकी प्रतिमा के समक्ष हवन यज्ञ एवं श्रद्धांजलि समारोह का आयोजन किया गया। इस मौके पर भारी संख्या में ग्रामीणों ने उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की। कार्यक्रम में शहीद परिवार द्वारा जूनियर हाईस्कूल के बच्चों को उपहार भी प्रदान किए गए। गांव प्रधान शिव कुमार चौहान ने बताया कि 1971 के भारत-पाकिस्तान में शहीद हुए कैप्टन मदनपाल सिंह चौहान ने पाकिस्तान के 40 टैंक तबाह किए थे तथा लडते-लडते वीरगति को प्राप्त हुए थे। उनकी वीरता को देखते हुए उनकी पत्नी को तत्कालीन राष्ट्रपति द्वारा वीरचक्र से सम्मानित किया गया था। इस दौरान वक्ताओं ने कहा कि प्रदेश सरकार ने भी कैप्टन मदनपाल सिंह चौहान की स्मृति में उनके पैतृक गांव जसाला के लिंक रोड का नाम शहीद कैप्टन मदनपाल चौहान के नाम पर किए जाने की घोषणा की थी जिसके बाद लोक निर्माण विभाग प्रांतीय खंड की ओर से दिल्ली-सहारनपुर हाइवे से जसाला गांव तक शहीद के नाम सडक का निर्माण कराया गया। शहीद का परिवार मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर कराए गए सडक निर्माण के बाद काफी खुश है। कार्यक्रम में शहीद के भतीजे डा. जनेश्वर चौहान, मधुसूदन चौहान डायरेक्टर खादी ग्रामोद्योग, नेत्रपाल चौहान, राजकुमार चौहान, शहीद के पौत्र कुशांक चौहान, अक्षय चौहान, वैभव चौहान सहित बड़ी संख्या में युवा, बुजुर्ग व गणमान्य लोग भी मौजूद रहे। दूसरी ओर कांधला के महिमा पब्लिक स्कूल व शामली में ग्लोबल शांति केयर हास्पिटल भी शहीद कैप्टन मदनपाल सिंह चौहान को भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की गयी।