भारी बारिश से जनजीवन अस्त-व्यस्त, मानसून की रफ्तार के चलते 2011 के बाद जून में अब तक सर्वाधिक वर्षा

भारी बारिश से जनजीवन अस्त-व्यस्त, मानसून की रफ्तार के चलते 2011 के बाद जून में अब तक सर्वाधिक वर्षा

संवाददाता शशि धामा

 खेकड़ा | तहसील क्षेत्र में मंगलवार अलसुबह से भारी बारिश से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया। रेलवे अंडरपास और मार्गो पर जलभराव हुआ। कई वृक्ष भी तेज हवा में उखड गए। 

मंगलवार की सुबह बादलों की तेज गडगडाहट के साथ तुफानी बारिश ने सोते लोगों को भी जगा दिया। जमकर बारिश से जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया। कस्बे के मार्गो पर पानी भर गया। इस दौरान शमशान घाट , कब्रिस्तान, बिजली कार्यालय और सीएचसी को जोडने वाले महत्वपूर्ण काठा मार्ग पर, तो दो फुट तक जलभराव रहा, जिससे आवागमन बाधित बना रहा। जंगल में कई जर्जर हो चुके पेडों की शाखा टूट कर गिर गई। कस्बे के मेन बाजार में कीचड फैल गई। 

अब रोजाना होगी बारिश

 मौसम विभाग की मानें, तो मानसून ने भी रफ्तार पकड़ ली है। माना जा रहा है कि, आगामी सप्ताह तक रोजाना बरसात हो सकती है। भारी बारिश से लोगों को उमस भरी गर्मी से राहत मिल गई है। इससे पहले लोगों को भीषण उमस का सामना करना पड़ा था। तापमान कम होने के बावजूद वातावरण में व्याप्त नमी ने उमस में खासा इजाफा कर दिया था।  

क्या बोले मौसम विज्ञानी

 कृषि विज्ञान केन्द्र के मौसम विज्ञान विभाग के अनुसार मानसून अब तेजी से आगे बढ़ रहा है। यही वजह है कि, मंगलवार अलसुबह को भारी बारिश हुई। मौसम विज्ञानी डा‌ अंकित नेगी ने बताया कि ,फिलहाल बारिश का सिलसिला जारी रहेगा। मंगलवार को अधिकतम तापमान 33 डिग्री सेल्सियस रहा। यह सामान्य से 5 डिग्री कम है। न्यूनतम तापमान 25 डिग्री सेल्सियस रहा। आ‌र्द्रता 71 फीसद रही। वही एयर क्वालिटी इंडेक्स 92 रहा, जो बेहतर माना जाता है।