शाकंभरी जाने वाली पदयात्रा को पुलिस ने रोका श्रद्धालुओं में आक्रोश

डीजे की गाड़ी पर अधिक चौड़ाई में कालम बांधने पर पुलिस ने लगाई थी रोक

शाकंभरी जाने वाली पदयात्रा को पुलिस ने रोका श्रद्धालुओं में आक्रोश

शाकंभरी जाने वाली पदयात्रा को पुलिस ने रोका श्रद्धालुओं में आक्रोश

- डीजे की गाड़ी पर अधिक चौड़ाई में कालम बांधने पर पुलिस ने लगाई थी रोक

- कई घंटे तक रुके रहने के बाद देर शाम रवाना हुए पदयात्री

थानाभवन- माता शाकंभरी देवी पदयात्रा लेकर जा रहे पांच अलग-अलग जत्थो को पुलिस ने थानाभवन क्षेत्र में प्रवेश करते ही रोक दिए। पदयात्रा करने वाले श्रद्धालु नाराजगी के चलते पदयात्रा करने पर अड़े रहे। देर शाम सहमति बनने पर पदयात्रा रवाना हुई।

शामली से माता शाकंभरी देवी पदयात्रा लेकर जा रहे श्रद्धालुओं के जत्थो को थानाभवन पुलिस ने बजाज शुगर मिल के पास यात्रा करने से रोक दिया। श्रद्धालुओं ने बताया कि शामली से मां शाकंभरी देवी युवा सेवा संघ दयानंद नगर, नोकुआं रोड पदयात्रा, मोहल्ला बरखंडी पदयात्रा, करमू खेड़ी रविदास मंदिर पदयात्रा, विवेक विहार पदयात्रा शामली से अलग-अलग जत्थे लेकर कुछ श्रद्धालु शाकंभरी देवी जा रहे थे। श्रद्धालुओं के अनुसार पुलिस ने उनकी पदयात्रा पर रोक लगा दी। पुलिस ने डीजे की गाड़ी पर अधिक चौड़ाई में कालम बांधने एवं सड़क का मार्ग अवरुद्ध होने को लेकर पद यात्रियों को रोका था। पुलिस ने पदयात्रियों से डीजे के कालम की चौड़ाई कम करने का अनुरोध किया तभी पद यात्रा पूरी करने की अनुमति देने की बात कही। हालांकि पदयात्रा रोकते ही श्रद्धालुओं में आक्रोश फैल गया उन्होंने उच्च अधिकारियों से भी वार्ता की। जानकारी के अनुसार दयानंद नगर शामली पदयात्रा को रात्रि में ही रोक लिया गया था। जबकि अन्य चार पदयात्रा सुबह रोकी गयी थी। देर शाम पुलिस से सहमति बनने पर यात्राएं अपने गंतव्य की ओर रवाना हो गई। हालांकि इस मामले में श्रद्धालुओं ने पुलिस की कार्यशैली से नाराजगी जाहिर की है। मामला दिन भर चर्चा का विषय बना रहा।

इस मामले में थाना प्रभारी सुदेश कुमार ने बताया की यात्रा को नहीं रोका गया था। केवल डीजे की गाड़ी पर अधिक चौड़ाई में कालम बांधने वाली डीजे की गाड़ी को रोका गया था। श्रद्धालुओं से अनुरोध किया गया था कि आप अधिक चौड़ाई में डीजे के कालम ना बांधे दुर्घटना होने की आशंका रहती है एवं मार्ग भी अवरुद्ध होता है। श्रद्धालुओं ने अनुरोध मान लिया इसके बाद यात्रा सकुशल यहां से माता शाकंभरी देवी की ओर रवाना हो गई।