प्रॉपर्टी डीलरों पर फर्जीवाड़ा करने का आरोप लगाते हुए पीड़ितों ने मदद की गुहार लगाई है

प्लाट मालिक ने एक ही प्लॉट तीन व्यकियो को बेचा

प्रॉपर्टी डीलरों पर फर्जीवाड़ा करने का आरोप लगाते हुए पीड़ितों ने मदद की गुहार लगाई है

प्रॉपर्टी डीलरों पर फर्जीवाड़ा करने का आरोप लगाते हुए पीड़ितों ने मदद की गुहार लगाई है कई बार उच्च अधिकारियों एवं पुलिस से गुहार लगाने के बाद भी न्याय नहीं मिलने पर पीड़ित न्याय की आस में भटक रहे हैं।आरोप है कि प्लाट के मालिक ने एक ही प्लाट को तीन तीन लोगो के नाम बैनामा कर दिया है।

शामली जनपद के थानाभवन में प्रॉपर्टी डीलरों के मकड़ जाल में आम लोग फंसकर उच्च अधिकारियों से न्याय पाने के लिए चक्कर काट रहे हैं। पैसे देने के बावजूद भी ना तो पीड़ितों को उनका प्लाट मिलता है और ना ही पैसे वापस मिलते हैं। पुलिस एवं उच्च अधिकारियों के चक्कर काटने के बाद भी न्याय की आस में पीड़ित दर-दर भटक रहे हैं। मामला शामली जनपद के थानाभवन का है थानाभवन निवासी रुकसाना एवं सायरा का कहना है कि थानाभवन कस्बे के ही प्रॉपर्टी डीलर मोहम्मद अहमद एवं इरशाद से उन्होंने 2013 में 4500 रुपए गज के हिसाब से 260 गज का प्लाट खरीदा था भूमि मलिक राजीव गोयल ने बैनामा किया था। 2013 से ही वह अपने प्लाट पर काबिज हैं लेकिन जैसे ही वह अपने प्लाट पर मकान बनाने के लिए काम शुरू करते हैं तो प्लाट का मालिक राजीव गोयल पुलिस से शिकायत कर उनका काम रुकवा देता है। आरोप है कि भूमि विवाद में फर्जीवाड़ा करने को लेकर विवादित राजीव गोयल ने एक ही प्लाट का बैनामा तीन लोगों के नाम कर दिया है। वह पुलिस से शिकायत करते हैं तो उन्हें कोई मदद नहीं मिलती जबकि राजस्व विभाग एवं जिला प्रशासन के यहां भी वह कई बार शिकायत कर चुके हैं। प्रॉपर्टी डीलरों एवं प्लाट मालिक की मिली भगत के चलते वह न्याय के लिए भटक रहे हैं। ज्ञात हो कि प्रॉपर्टी डीलर एवं राजीव गोयल नाम के व्यक्ति पर अपनी भूमि को कई कई लोगों पर बेचने के अक्सर मामले सामने आते रहते हैं। कई बार अलग अलग मामलो में पुलिस ने भी उक्त व्यक्ति को हिरासत में लेकर पूछताछ की है, लेकिन प्रॉपर्टी डीलरों के मकड़ जाल में आम लोग फंसकर आज भी जहां अपनी मेहनत की कमाई जमा पूंजी को गवा बैठे हैं तो वहीं उन्हें भूमि के नाम पर एक टुकड़ा जमीन भी नहीं मिल पा रही है। प्रॉपर्टी डीलरों के मकड़ जाल के चलते अब सायरा और रुकसाना पिछले काफी वर्षों से खुले में अपना जीवन व्यतीत करने को मजबूर है। दोनों का कहना है कि उनकी जमा पूंजी भी चली गई और उन्हें कोई मदद भी नहीं मिल पा रही है। उनके सर पर आज छत भी नहीं है। वह अपने प्लाट पर काम करना चाहते हैं तो राजीव गोयल नाम का व्यक्ति पुलिस से शिकायत कर उनका काम रुकवा देता है। जबकि उनके पास प्लांट का बैनामा भी मौजूद है। ज्ञात होगी कस्बा थाना भवन निवासी राजीव गोयल नाम का व्यक्ति अक्षर अपनी जमीनी विवाद को लेकर चर्चाओं में बना रहता है और अक्सर लोग इसकी शिकायतें करते रहते हैं कई बार पुलिस उससे पूछताछ कर चुकी है और हिरासत में भी ले चुकी है लेकिन मामलों में फैसला करने का आश्वासन देकर वर्षों तक मामलों को लटकाए रखना है और लोग उसके आगे पीछे चक्कर काटते रहते हैं पुलिस मामला राजस्व विभाग का का कर अपना पल्ला झाड़ लेती है जबकि राजस्व विभाग की खानापूर्ति के चलते लोगों के साथ जमीनों के बचने के मामले में धोखाधड़ी और ठगी बदस्तूर जारी है।