चित्रकूट-दो दिवसीय ब्रेल जयंती समारोह का 3 जनवरी को होगा शुभारम्भ - चार जनवरी को दृष्टिवाधितों के रोल माडल शिक्षविदों का होगा सम्मान ।
चित्रकूट: दृष्टि संस्था में मंगलवार को पत्रकार वार्ता का आयोजन किया गया। संस्था के महासचिव शंकर लाल गुप्ता ने बताया की लुई ब्रेल का 17 वां जन्म दिवस समारोह धूम धाम से मनाया जायेगा। समारोह में देश के विभिन्न भागों की दृष्टि बाधित विद्यालयों की टीमें शामिल होंगी। जिनके बीच ब्रेल लेखन, पाठन, भाषण, सामान्य ज्ञान क्विज, फैंसी ड्रेस, नृत्य, और संगीत की प्रतियोगिताएं होगी।
संस्था के महासचिव शंकर लाल गुप्ता ने बताया कि 3 जनवरी को जिलाधिकारी अभिषेक आनन्द समारोह का उद्घाटन करेंगे। शाम को सांस्कृतिक संध्या का प्रतियोगी कार्यक्रम आयोजित होगा। जिसमे जिला पंचायत अध्यक्ष अशोक जाटव, नगर पालिका अध्यक्ष नरेंद्र गुप्ता, एडीएम विनीता श्रीवास्तव, जिला विकलांग कल्याण अधिकारी प्रतिभा पाल, पूर्व सांसद भैरों प्रसाद मिश्रा शामिल होंगे। 4 जनवरी को पुलिस अधीक्षक वृंदा शुक्ला ई रिक्शों में रैली को हरी झण्डी दिखाकर रवाना करेंगी। रैली नगर के सभी प्रमुख चैराहों से गुजरेगी। शाम कालीन सांस्कृतिक संध्या में सदर विधायक अनिल प्रधान अध्यक्ष रूप में शामिल होंगे। साथ ही भाजपा के जिलाध्यक्ष लवकुश चतुर्वेदी भी इस सत्र में शामिल होंगे। 11 बजे से आयोजित कार्यक्रम में दृष्टि वाधितों के रोल माडल दिल्ली के कमल वीर सिंह जग्गी, बीकानेर की प्रो सुनीता मोहता, जबलपुर के शिवशंकर कपूर और चित्रकूट की दृष्टि बाधित शिक्षिका सवाना बेगम को लुई ब्रेल सम्मान से अलंकृत किया जायेगा। प्रतियोगिताओं के विजेताओं को पुरस्कार वितरण के बाद ब्रेल जयंती समारोह गायत्री विधि विधान से मनाया जायेगा। सांस्कृतिक कार्यक्रम के दौरान नगर के प्रतिष्ठित डॉक्टर सीताराम गुप्ता, डॉ सुरेंद्र अग्रवाल और पत्रकार सुधीर अग्रवाल को दृष्टि संस्थान अपनी संस्था की मानद सदस्यता प्रदान करेगा।
संस्था के सचिव और आर्यावर्त बैंक के सेवानिवृत वरिष्ठ शाखा प्रबंधक बलबीर सिंह ने बताया कि लुई ब्रेल की जयंती 2008 से निरंतर आयोजित की जा रही है। संस्था के कोषाध्यक्ष पीडी गुप्ता ने बताया कि दृष्टि बाधित बालिकाओं की शिक्षा को समर्पित हमारी संस्था उनके सर्वांगीण विकास के लिए सतत प्रयत्नशील है। विद्यालय की प्रधानाचार्य वर्षा गुप्ता और मानद सदस्य अनीता सिंह ने बताया कि कक्षा 8 तक की शिक्षा अपने परिसर में और उसके आगे की शिक्षा के लिए बालिकाएं सामान्य विद्यालयों में जाती है, उन्हे भारतीय संस्कृति और उदात्त सामाजिक मूल्यों से युक्त संस्कार और शिक्षा दी जाती है। जिले के दृष्टिवाधितों को स्वावलंबी बनाने के लिए स्वावलंबन अभियान चल रहा है।