चित्रकूट-ब्लाइंड मर्डर का खुलासा, हत्या में सम्मिलित 6 आरोपी गिरफ्तार।
चित्रकूट: पुलिस अधीक्षक अरुण कुमार सिंह के निर्देश पर अपराध के रोकथाम के लिए चलाये जा रहे अभियान के क्रम में अपर पुलिस अधीक्षक चक्रपाणि त्रिपाठी एवं क्षेत्राधिकारी मऊ जयकरन सिंह के पर्यवेक्षण में स्वाट एवं थाना बरगढ पुलिस टीम द्वारा महिला की हत्या की घटना का खुलाशा करते हुये घटना में सम्मिलित 6 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया।
उल्लेखनीय है कि बीती 10 जनवरी को ग्राम कोलमजरा में एक अज्ञात महिला का शव बरामद हुआ था। जिस सम्बन्ध में ग्राम चैकीदार कोलमजरा जोखई पुत्र स्व रामसुन्दर की तहरीर पर थाना बरगढ में अज्ञात के विरूद्ध अभियोग पंजीकृत किया गया था। पुलिस उप महानिरीक्षक चित्रकूटधाम परिक्षेत्र, पुलिस अधीक्षक, अपर पुलिस अधीक्षक द्वारा घटनास्थल का निरीक्षण कर मृतका की पहचान कर घटना के अनावरण के लिए क्षेत्राधिकारी मऊ व प्रभारी निरीक्षक बरगढ को निर्देश दिये थे। जिसके लिए बरगढ पुलिस व स्वाट, सर्विलांस की संयुक्त टीम का गठन किया गया। मृतका की पहचान निशा वर्मा पुत्री रमेश वर्मा निवासी आदर्श कालोनी थाना बरगढ के रुप में हुयी। विवेचना से प्राप्त साक्ष्य के क्रम में थाना बरगढ पुलिस व एसओजी टीम द्वारा मृतका के मोबाइल नम्बर पर अंतिम समय में हुयी बातचीत के क्रम में विवेचना से प्रकाश में आये प्रिंस तिवारी निवासी हटवा, रामअभिलाष उर्फ गुड्डू तिवारी, दिलीप पाण्डेय, देवेन्द्र सिंह, चारु, पंकज यादव को गिरफ्तार किया गया। जामातलाशी में गिरफ्तार आरोपियों के पास से 5 मोबाइल फोन व 4090 रुपये बरामद हुये।
पूंछतांछ में आरोपी प्रिंस तिवारी ने बताया कि बीती 6 जनवरी को उसकी मौसी का लडका दिलीप, उसका भाई रामविलाश उर्फ गुड्डू के मोबाइल पर फोन कर बोला की हम लोग इन्जोय करना चाहते हैं क्या कोई व्यवस्था है, तो गुड्डू बोला कि हां उसकी मिलने वाली बरगढ में हैं, व्यवस्था हो जायेगी। उसकी मौसी का लडका दिलीप किराये की गाडी बुक कराकर अपने साथ पंकज, चारु, देवेन्द्र उर्फ स्टे को साथ लेकर लालता रोड आया। जहां पर बैठकर सभी लोगों ने शराब पिया, उसके बाद कस्बा बरगढ के अशोक चैराहे पर आये, जहां से निशा वर्मा को साथ लेकर कोलमजरा में बने बाउंड्री बॉल के पास गये और सभी ने निशा के साथ शराब पिया। इसी बीच निशा वर्मा का मोबाइल कहीं गुम हो गया और वह मोबाइल को लेकर गुड्डू से लडने झगडने लगी तो 5 लोग वहां से गाडी में बैठकर चले गये और गुड्डू व निशा वही रह गये। वह लोग जब बरगढ मोड पर पहुंचे ही थे कि गुड्डू ने फोन कर बताया कि उसने निशा की पत्थर मारकर हत्या कर दी है।
मृतका अनुसूचित जाति की होने व आरोपी समान्य जाति के होने तथा हत्या एक राय होकर सामान्य आशय से कर शव को छिपा देने के कारण मुकदमे में एससी-एसटी एक्ट बनाम प्रिंस तिवारी आदि 6 नफर की बढोत्तरी की गयी।
गिरफ्तारी के दौरान एसओजी, सर्विलांस प्रभारी एमपी त्रिपाठी, मुख्य आरक्षी जितेन्द्र कुमार, नितेश समाधिया, आरक्षी रोशन सिंह, राघवेन्द्र सिंह, ज्ञानेश मिश्रा, आशीष कुमार, पवन राजपूत, रोहित सिंह, बरगढ़ थाना प्रभारी निरीक्षक राकेश मौर्य, उप निरीक्षक पवन कुमार प्रधान, आरक्षी नवीन कुमार, चालक बृजेश सिंह आदि मौजूद रहे।