गौशालाओं की दुर्दशा पर ग्राम प्रधानों का हल्लाबोल, प्रदर्शन कर प्रशासन को चेताया।
चित्रकूट। जिले में गौशालाओं के संचालन को लेकर वित्तीय संकट गहराता जा रहा है। पांच महीने से भरण-पोषण का भुगतान न होने से आक्रोशित ग्राम प्रधानों ने सोमवार को जिला कलेक्टरेट परिसर में जोरदार धरना-प्रदर्शन किया। ग्राम प्रधान संघ के जिलाध्यक्ष सुनील शुक्ला के नेतृत्व में प्रधानों ने अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व उमेश चंद्र निगम को ज्ञापन सौंपकर समस्याओं का शीघ्र समाधान करने की मांग की। प्रधानों ने चेतावनी दी कि अगर जल्द भुगतान नहीं हुआ तो सभी गौशालाओं की चाभियां प्रशासन को सौंप दी जाएंगी।
"पांच महीने से बिना भुगतान के हो रहा संचालन"
ग्राम प्रधान संघ के जिलाध्यक्ष सुनील शुक्ला ने बताया कि 15 जुलाई से लिखित आदेश के तहत गौशालाओं का संचालन शुरू किया गया था। संचालन की निगरानी के लिए नियमित जीपीएस फोटो अपलोड करने के साथ ही नोडल अधिकारी ब्लॉक और जिले स्तर पर निरीक्षण कर रहे हैं। बावजूद इसके, पांच महीने से गौशालाओं के भरण-पोषण का भुगतान नहीं किया गया है।
सुनील शुक्ला ने कहा, "बिना धनराशि के संचालन करना ग्राम प्रधानों के लिए असंभव हो गया है। पशुओं की देखभाल, चारे-पानी और अन्य व्यवस्थाओं के लिए हमें कर्ज लेना पड़ रहा है। इसके बावजूद प्रशासन हमारी समस्याओं को अनदेखा कर रहा है।" उन्होंने साफ कहा कि अगस्त माह से लंबित भुगतान तुरंत जारी न होने पर सभी प्रधान गौशालाओं की चाभियां जिला कलेक्टर कार्यालय में सौंप देंगे।
प्रशासन ने दिया आश्वासन, लेकिन समाधान अधर में
ग्राम प्रधानों ने प्रदर्शन के दौरान मुख्य विकास अधिकारी (सीडीओ) अमृतपाल कौर से भी मुलाकात की। सीडीओ ने प्रधानों को बताया कि अभी अक्टूबर माह का भुगतान जारी किया गया है। शेष महीनों के भुगतान के लिए शासन को पत्र भेजा गया है। धनराशि मिलते ही लंबित भुगतान कर दिया जाएगा। हालांकि, प्रधानों ने इसे केवल "आश्वासन" करार देते हुए जल्द कार्रवाई की मांग की।
"गौशालाओं में व्यवस्थाएं चरमराईं"
गौशालाओं में चारा, पानी, चिकित्सा और साफ-सफाई की स्थिति दिन-ब-दिन खराब हो रही है। ग्राम प्रधानों ने कहा कि अगर भुगतान नहीं हुआ तो पशुओं की दुर्दशा के लिए प्रशासन को जिम्मेदार ठहराया जाएगा। उन्होंने कहा कि शासन की ओर से समय पर धनराशि आवंटित न होने के कारण गौशालाओं का संचालन लगभग ठप होने की कगार पर है।
धरने में कई ग्राम प्रधानों और पदाधिकारियों की भागीदारी
इस प्रदर्शन में ग्राम प्रधान संघ के कई वरिष्ठ सदस्य और क्षेत्रीय प्रतिनिधि शामिल हुए। ब्लॉक अध्यक्ष कर्वी विष्णुकांत पांडेय, पहाड़ी के अभिलाष पटेल, रामनगर की पुष्पलता सिंह, मऊ के जगदीश पटेल, और मीडिया प्रभारी विपिन मिश्रा समेत दर्जनों ग्राम प्रधानों ने हिस्सा लिया।
अन्य प्रमुख उपस्थित लोगों में आनंद सिंह पटेल, रघुनंदन, कृष्णा रावत, प्रदीप सिंह, दीपक तिवारी, सुनील शुक्ला, विद्यासागर, रामनाथ, रामेश्वर, और राजेंद्र सिंह शामिल थे।
ग्राम प्रधानों की दो टूक चेतावनी
ग्राम प्रधानों ने प्रदर्शन के दौरान स्पष्ट रूप से कहा कि यदि समस्याओं का समाधान नहीं हुआ तो प्रशासन के खिलाफ बड़ा आंदोलन खड़ा किया जाएगा। प्रधान संघ ने कहा कि गौशालाओं की चाभियां सौंपने के बाद संचालन की पूरी जिम्मेदारी प्रशासन की होगी।
यह मुद्दा अब प्रशासन और शासन के लिए बड़ी चुनौती बन गया है। यदि समय पर समाधान नहीं हुआ तो ग्रामीण क्षेत्रों में गौशालाओं की व्यवस्था पूरी तरह चरमरा सकती है।