चारपाई के नीचे जलती आग बनी मौत का कारण: ठंड से बचने का प्रयास बुजुर्ग महिला के लिए जानलेवा साबित हुआ।

चारपाई के नीचे जलती आग बनी मौत का कारण: ठंड से बचने का प्रयास बुजुर्ग महिला के लिए जानलेवा साबित हुआ।

चित्रकूट, मऊ: ठंड से बचने के लिए की गई लापरवाही एक बुजुर्ग महिला की जान पर भारी पड़ी। मऊ तहसील के इटवा रामपुर गांव में चारपाई के नीचे जल रही आग ने 78 वर्षीय संतोषिया देवी की जान ले ली। मंगलवार रात हुई यह दर्दनाक घटना पूरे गांव में शोक का कारण बन गई।

बचाव का प्रयास बना जानलेवा:

संतोषिया देवी, जो अपने छोटे बेटे राजू के साथ रहती थीं, ठंड से राहत पाने के लिए चारपाई के नीचे लकड़ियां जलाकर सोई थीं। ठंड की वजह से उन्होंने रजाई ओढ़कर आराम करने का प्रयास किया, लेकिन आधी रात के बाद आग की लपटों ने उनके बिस्तर को चपेट में ले लिया। जब तक परिवार जाग पाता, संतोषिया आग में बुरी तरह झुलस चुकी थीं।

परिवार में मातम:

पति नंदू के निधन के बाद संतोषिया के तीन बेटों ने आपस में बंटवारा कर लिया था। संतोषिया छोटे बेटे राजू के सहारे अपने जीवन की गाड़ी खींच रही थीं। घटना के बाद परिवार और गांव के लोग गहरे सदमे में हैं।

पुलिस कार्रवाई:

घटना की सूचना मिलते ही रैपुरा थाना प्रभारी श्याम प्रताप सिंह पटेल मौके पर पहुंचे। पुलिस ने शव का पंचनामा भरकर पोस्टमार्टम के लिए जिला मुख्यालय भेज दिया। थाना प्रभारी ने लोगों से आग जलाने के दौरान सावधानी बरतने की अपील की है।

सावधानी की सीख:

ठंड के मौसम में आग जलाकर सोने की परंपरा ग्रामीण क्षेत्रों में आम है, लेकिन यह जानलेवा भी साबित हो सकती है। विशेषज्ञों के अनुसार, ऐसी घटनाओं से बचने के लिए आग बुझाकर सोना और अन्य सुरक्षित उपाय अपनाना आवश्यक है।

गांव में शोक का माहौल:

संतोषिया देवी के निधन से गांव में शोक का माहौल है। यह घटना ग्रामीण जीवन में आग से जुड़ी लापरवाहियों पर पुनः सोचने का अवसर देती है।