तीन महापापी ब्राह्मणों ने शिवमहा पुराण सुनकर पाया मोक्ष – राष्ट्रीय संत स्वामी कमलदास जी बापू

अलवर। महाशिवरात्रि के पावन अवसर पर श्री लइना बाबा सरकार की कृपा से सर्व पुरुषार्थी समाज दिवाकरी (अलवर) एवं ग्रामवासियों के सहयोग से श्री मांता जी मंदिर में 7 दिवसीय श्री शिवमहा पुराण कथा का आयोजन किया जा रहा है।
कथा के दूसरे दिन, श्री चित्रकूट धाम (उत्तर प्रदेश) से पधारे राष्ट्रीय संत स्वामी कमलदास जी बापू ने देवराज, विन्दुक और चंचुला नामक तीन महापापी ब्राह्मणों की कथा सुनाई। उन्होंने बताया कि ये तीनों, जिन्होंने जीवनभर पाप किए थे, संयोगवश शिवमहा पुराण की कथा सुनने के कारण शिवलोक को प्राप्त हो गए। बापू जी ने कहा, "शिवमहा पुराण के श्रवण मात्र से व्यक्ति के समस्त पाप नष्ट हो सकते हैं और उसे मोक्ष की प्राप्ति हो सकती है।"
विधिवत शिव अभिषेक एवं श्रद्धालुओं की उमड़ी भीड़
कथा के प्रारंभ में प्रातः 10:15 बजे मुख्य यजमान कमलकपूर एवं उनकी धर्मपत्नी कर्मा ने विधिपूर्वक भगवान शिव का अभिषेक किया। श्री चित्रकूट धाम से पधारीं बापू जी की धर्मपत्नी श्रीमती ज्ञानवती देवी मिश्रा ने बताया कि कथा में मंदिर पुजारी संतोष शर्मा, सैकड़ों मातृशक्ति एवं श्रद्धालु उपस्थित रहे।
भक्तिमय वातावरण में गूंजे शिव के जयकारे
शिवमहा पुराण कथा के दौरान पूरा मंदिर परिसर भक्तिमय वातावरण से सराबोर हो गया। श्रद्धालुओं ने "हर-हर महादेव" के जयकारों से माहौल को भक्तिरस से भर दिया। कथा श्रवण के लिए दूर-दूर से श्रद्धालु पहुंच रहे हैं और प्रतिदिन उनकी संख्या बढ़ती जा रही है।
इस आध्यात्मिक आयोजन के माध्यम से श्रद्धालु भगवान शिव की कृपा प्राप्त कर आध्यात्मिक लाभ अर्जित कर रहे हैं। शिवमहा पुराण कथा आगामी दिनों में भी जारी रहेगी, जिसमें और भी दिव्य प्रसंग सुनाए जाएंगे।