अमर शहीद भगत सिंह क्रांतिकारी होने के साथ ही एक विचारक, लेखक व दार्शनिक भी थे: विशेष तोमर

संवाददाता आशीष चंद्रमौलि
बडौत। शहीद दिवस पर बड़ौत की शहीद भगत सिंह कबड्डी अकादमी गुड मंडी में एड विशेष तोमर जिला अध्यक्ष खेल प्रकोष्ठ द्वारा बताया गया कि ,भगत सिंह के विचार केवल हिंसा तक सीमित नहीं थे, वह एक विचारक लेखक और दार्शनिक भी थे । उन्होंने कहा था, क्रांति का मतलब केवल खून खराब नहीं है, क्रांति का अर्थ है, समाज में बदलाव लाना। उनका मानना था कि, आजादी केवल अंग्रेजों से मुक्ति नहीं है, बल्कि समाज में समानता न्याय और बंधुत्व की स्थापना करना है। भगत सिंह का जीवन देश की हर व्यक्ति के लिए प्रेरणा का स्रोत है। उन्होंने कहा, बेहद कम उम्र में ही इन्होंने देश के लिए अपने प्राणों का बलिदान दिया था।
इस मौके पर शौकिंद्र सिंह उर्फ काला विजय कुमार शुभम तोमर बादल तोमर कुमारी साक्षी कुमारी नैना कुमारी आंसू अमन कुमारी शगुन वर्षा जोया व लक्ष्मी द्वारा भी शहीदों को श्रद्धांजलि दी गई।