शिकायतों के चलते सहकारी बैंक प्रबंधक के एक साल में चार बार ट्रांसफर, जांच से असंतुष्टों की मुख्यमंत्री पोर्टल की तैयारी

शिकायतों के चलते सहकारी बैंक प्रबंधक के एक साल में चार बार ट्रांसफर, जांच से असंतुष्टों की मुख्यमंत्री पोर्टल की तैयारी

संवाददाता राहुल राणा

दोघट | क्षेत्रवासियों की बैठक में जिला सहकारी बैंक की स्थानीय शाखा के प्रबंधक पर भ्रष्टाचार के आरोपों की जांच रिपोर्ट पर शिकायत कर्ताओं ने किया असंतोष व्यक्त | जांचकर्ता पर मिलीभगत का आरोप लगाते हुए प्रकरण को मुख्यमंत्री पोर्टल पर भेजने को बैठक में बनी सहमति।
     
बता दें कि,जिला सहकारी बैंक दोघट पर कई माह से तैनात शाखा प्रबंधक अजीत यादव पर आरोप लगाया गया था कि, उनके द्वारा किसानों व ग्राहकों से पैसे की मांग करना दुर्व्यवहार करना तथा सपा से जोड़ने का निवेदन करना आदि की शिकायत क्षेत्र के गणमान्यों ने जिलाधिकारी बागपत से की थी ,जिसे जन सुनवाई के तहत जिला सहकारी बैंक के मुख्य कार्यालय मेरठ में कार्यरत उप महाप्रबंधक प्रेमशंकर पाल को जांचकर्ता बनाया गया था | 

गत दिवस उनकी जांच रिपोर्ट एलडीएम बागपत को प्रेषित की जा चुकी है ,जिसमें जांचकर्ता ने उनका स्थानांतरण अन्यत्र किए जाने की सिफारिश की है ।
    
बैठक में लोगों द्वारा कहा गया कि,भ्रष्टाचार संबंधी आरोपों की शिकायत के चलते उक्त शाखा प्रबंधक गत 1 वर्ष में मुख्यालय द्वारा शाखा रमाला, शाखा बावली ,शाखा लुहारी तथा शाखा बिनोली से लगभग प्रत्येक 2 माह के अंतराल में शिकायत मिलने पर चेतावनी स्वरूप स्थानांतरित किए जाते रहे हैं ,जिसका संज्ञान भी जांचकर्ता द्वारा नहीं लिया गया है ,जो कि पूर्व में ही तबादले की अधिकतम सीमा पार कर चुके हैं | बताया गया कि,नियमानुसार 1 वर्ष में चार बार से ज्यादा स्थानांतरण नहीं किया जा सकता। कहा कि, अगर तबादले से ही सबक मिलता ,तो पूर्व में हुए तबादलों में ही ठीक हो जाते , परंतु जहां भी जाते हैं वहां भ्रष्टाचार करना अपना जन्मसिद्ध अधिकार समझते हैं।
     
उपरोक्त विषय को गंभीरता से लेते हुए क्षेत्रवासी यशपाल सिंह पूर्व प्रधान कान्नड़ नरेंद्र अहलावत, बृजपाल सिंह, भोपाल सिंह योगेश, डॉ पुष्पेंद्र, रविंद्र राणा, डॉ राहुल, यशवीर राणा आदि गणमान्यों ने मुख्यमंत्री पोर्टल पर शिकायत दर्ज कराने का निर्णय लिया है।