प्रथम नवरात्र को मां शाकंभरी के जयकारों से गुंजायमान हुई शिवालिक घाटी
रिपोर्ट–भवानी सैनी
बेहट। चैत्र नवरात्र के प्रथम दिन शिवालिक पहाड़ियों के बीच स्थित सिद्धपीठ श्री शाकंभरी देवी मंदिर परिक्षेत्र माता शाकंभरी के जयकारों से गुंजायमान हो उठा। श्रद्धालुओं ने मान्यता के अनुसार पहले बाबा भूरादेव को प्रसाद चढ़ाया और घंटो लाइनों में लगने के बाद मां भगवती को भोग लगाकर मनोकामनाएं मांगी। श्रद्धालुओं ने मंदिर परिक्षेत्र में लगे भव्य मेले का भी जमकर लुत्फ उठाया।
बुधवार को प्रथम नवरात्र के मौके पर सिद्ध पीठ श्री शाकंभरी देवी मंदिर पर श्रद्धा एवं आस्था का सैलाब उमड़ पड़ा। मंगलवार की देर शाम से ही श्रद्धालु सिद्धपीठ पहुंचने शुरू हो गए थे। मान्यता के अनुसार श्रद्धालुओं ने प्रथम पूजा बाबा भूरादेव के दर्शन किए। जिसके बाद श्रद्धालुओं ने घंटों लाइनों में लगकर मां शाकुंभरी देवी को भोग लगाया और मनोकामनाएं मांगी। लाइनों में लगे श्रद्धालुओं द्वारा लगाए जा रहे हैं माता के गगनभेदी जयकारों से समूची शिवालिक घाटी गुंजायमान रही। मनोकामना पूर्ण होने के बाद लेट लेट कर मां के दरबार पहुंच रहे श्रद्धालुओं की आस्था देखते ही बन रही है। माता के दर्शनों के बाद श्रद्धालुओं ने परिक्षेत्र में लग रहे भव्य मेले कभी जमकर लुत्फ उठाया। खासकर बच्चों ने खिलौनों आदि की जमकर खरीदारी की। यह मेला चतुर्दशी पर्व तक आयोजित किया जाएगा, जिसमें लाखों श्रद्धालुओं के पहुंचने का अनुमान है। मेला व्यवस्थापक राणा परिवार जसमोर द्वारा श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए मजबूत व्यवस्थाएं की गई है। श्रद्धालुओं द्वारा मंदिर परिक्षेत्र में विशाल भंडारो का भी आयोजन किया जा रहा है। जिसमें भक्तगण काफी संख्या में प्रसाद ग्रहण कर रहे हैं।