अपनी जमीन पाने के लिए पत्नी के साथ धरने पर बैठा पीड़ित मांग रहा इच्छा मृत्यु की अनुमति।

 रमेश बाजपेई 
रायबरेली। मुख्यमंत्री के बुलडोजर का भूमाफियाओं को नहीं है कोई खौफ। मजलूम बेसहारों की जमीन कब्जा करना आम बात हो गई है ऐसे में यह बात करना कतई गलत नहीं होगा की अधिकारी भी दबंगो की पहुंच और उनके धन के सामने बेबस नजर आते है और गरीब मजलूम आखिरकार थक हार कर मौत की मांग करता है। कुछ ऐसा ही मामला शनिवार को रायबरेली के कलेक्ट्रेट परिसर में देखने को मिला जंहा ऊंचाहार

निवासी कल्लू अपनी पत्नी के साथ पिछले तीन दिनों से अपनी पुश्तैनी जमीन पर काबिज होने के लिए बड़े साहब से गुहार लगा रहा है पीड़ित कल्लू का कहना है कि अगर अधिकारियों द्वारा यहां से उसे न्याय न मिला तो वो इच्छा मृत्यु की मांग कर रहा है। पीड़ित का कहना है कि जब वह शिकायत लेकर उपजिलाधिकारी के पास जाता है तो उप जिलाधिकारी द्वारा कहा जाता हैं कि जाकर मेड बांध लो उसका कहना है कि जब वह मेड बांधने जाता है तो भू माफिया डंडा लेकर उसे मारने दौड़ते हैं और जान से मार देने की धमकी देते हैं। भू माफियाओं से परेशान होकर भागकर कलेक्ट्रेट परिसर में  धरने पर बैठ गया है। उसका कहना है की जब मेरी जमीन चली गई मेरे पास कुछ खाने को बचा नहीं तो हम जी कर क्या करेंगे ऐसी स्थिति में मुझे इच्छा मृत्यु के लिए शासन-प्रशासन अनुमति दे। देखना होगा कि धरने पर बैठे कल्लू को न्याय मिल पाता है या आगे कितने और दिन पत्नी के धरने पर बैठा रहता है।