युवाओं से स्वामी विवेकानंद को अपने जीवन का आदर्श बनाने का आह्वान
संवाददाता आशीष चंद्रमौली
बडौत | विदेशी संस्कृति से ओतप्रोत महाविद्यालयों में पढ़ते हुए भी भारतीय संस्कृति के सितारे तथा वेदांत के मर्मज्ञ स्वामी विवेकानंद अपने संकल्प शक्ति के बल पर न केवल विश्व में सनातन धर्म की ध्वजा के वाहक बने बल्कि देश के युवाओं के जीवंत प्रेरणा स्रोत के रूप में आज भी लोग नतमस्तक हैं |
स्वामी विवेकानंद के जन्मदिवस को युवा दिवस के रूप में मनाते हुए नगर में विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए गए | इस दौरान दिल्ली रोड पर रोडवेज डिपो के सामने सर्व कल्याण सीनियर सिटीजन क्लब पर सुबह यज्ञ का आयोजन किया गया तथा सनातन धर्म एवं भारतीय संस्कृति का परिचय संपूर्ण विश्व कराने वाले एवं युवाओं के प्रेरणा स्रोत तथा आध्यात्मिक गुरु स्वामी विवेकानंद की जयंती पर क्लब के सभी सदस्यों ने नमन किया |
इस अवसर पर क्लब के अध्यक्ष राजवीर सिंह तोमर व्यवस्थापक सचिव दीपक राज कोषाध्यक्ष संजीव दांगी लुहारी ने स्वामी विवेकानंद के व्यक्तित्व को अद्भुत तथा कृतित्व को बेमिसाल बताया और कहा कि सन् 1893 में शिकागो शहर में विश्व धर्म सम्मेलन के दौरान स्वामी जी की मृदुता भरी वाणी और ज्ञान से सनातन धर्म की ध्वजा सबसे ऊपर लहराई थी |
युवाओं के लिए रामकृष्ण मिशन की स्थापना के द्वारा भी उनके उल्लेखनीय योगदान के लिए यह देश ऋणी और युवा सदैव प्रेरित होते रहेंगे |
इस मौके पर कृष्ण पाल तोमर चरण सिंह स्वामी कल्याण देव चैरिटेबल ट्रस्ट के अध्यक्ष नरसिह अंतल डॉ योगेंद्र पवार डॉ गौरव अंतल प्रमोद तोमर आदि ने भी अपने विचार व्यक्त किए और युवाओं को स्वामी विवेकानंद को अपने जीवन का आदर्श बनाने का आह्वान किया |