सुभाष चंद्र बोस की जयंती पर विचार गोष्ठी का आयोजन।

कॉलेज में सुभाष चंद्र बोस की जयंती पर विचार संगोष्ठी का आयोजन किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि व कॉलेज चेयरमैन डॉ. प्रवीण मित्तल, अध्यक्षता डॉ. मोहित यादव द्वारा की गई। विचार संगोष्ठी का विषय सुभाष चंद्र बोस का जीवन संघर्ष और स्वतंत्रता संग्राम में महती भूमिका रहा।

सुभाष चंद्र बोस की जयंती पर विचार गोष्ठी का आयोजन।

मेरठ/मवाना: महालक्ष्मी डिग्री कॉलेज में सुभाष चंद्र बोस की जयंती पर विचार संगोष्ठी का आयोजन किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि व कॉलेज चेयरमैन डॉ. प्रवीण मित्तल, अध्यक्षता डॉ. मोहित यादव द्वारा की गई। विचार संगोष्ठी का विषय सुभाष चंद्र बोस का जीवन संघर्ष और स्वतंत्रता संग्राम में महती भूमिका रहा।
 सर्वप्रथम मुख्य अतिथि चेयरमैन डॉ. प्रवीण मित्तल कॉलेज निदेशक डॉ. मोहित यादव रजिस्ट्रार संदीप कुमार व समस्त प्रवक्तागण सहित छात्र-छात्राओं द्वारा सुभाष चंद्र बोस की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित कर संगोष्ठी की शुरुआत की गई।
 तदुपरांत अलग-अलग विभाग के छात्र-छात्राओं ने दिए गए विषय पर बोलते हुए महत्वपूर्ण जानकारी उपलब्ध कराई तथा उनके जीवन संघर्ष और देश के प्रति उनके बलिदान के बारे में विस्तार से बताया तथा वर्तमान परिवेश में किस प्रकार से अपनी समस्याओं से संघर्ष करते हुए खुद को कैसे आजाद किया जाए पर भी प्रकाश डाला गया।
संगोष्ठी के मुख्य अतिथि व कॉलेज चेयरमैन डॉ. प्रवीण मित्तल ने छात्र-छात्राओं को सुभाष चंद्र बोस की जयंती की शुभकामनाएं देते हुए कहा,कि आज का दिन बहुत ही खास है, क्योंकि आज देश के वीर सपूत और देश के लिए सम्पूर्ण जीवन न्योछावर करने वाले नेता सुभाष चंद्र बोस की 126वीं जयंती पूरा देश बड़े ही हर्षोल्लास के साथ मना रहा है। उन्होंने कहा कि मैं सभी छात्र-छात्राओं से यही कहना चाहता हूं कि आप अपने भविष्य में सफलत पाने के लिए  कुछ भी करें लेकिन बहुत ईमानदारी और मेहनत से करें, क्योंकि लोग सफलता पाने के वाले व्यक्ति के साथ-साथ उसके द्वारा किए गए प्रयासों को देखकर उनसे प्रेरणा पाते है। इसलिए जीवन लंबा नही प्रसिद्ध और प्रेरणादायक होना चाहिए।

निदेशक डॉ.मोहित यादव ने कहा कि सुभाष चंद्र बोस की तरह ही हमें भी वर्तमान परिस्थितियों का सामना करते हुए निर्धारित किए गए लक्ष्यों के लिए संघर्ष करते हुए उनको पाना होगा तभी हम जीवन में सफलता हासिल कर सकते हैं। सुभाष चंद्र बोस ने कहा था कि "तुम मुझे खून दो मैं तुम्हें आजादी दूंगा,, लेकिन वर्तमान समय और परिस्थितियां यह कहती है, कि तुम मुझे समय और मेहनत दो मैं तुम्हें सफलता दूंगा।

कॉलेज रजिस्ट्रार संदीप कुमार ने कहा कि जिस तरह सुभाष चन्द्र बोस ने खून का एक- एक कतरा देश सेवा के लिए लगा दिया, लेकिन प्रलोभी राजनीति ने उनके इस संघर्ष और बलिदान को वो सम्मान नही दिया। लेकिन समाज में आज भी उनका नाम बड़े ह
 गर्व और सम्मान के साथ लिया जाता है, आगे उन्होंने कहा कि नेता जी युवाओं के लिए एक विश्लेषण, शिक्षा, प्रेरणा, आदर्श, संघर्ष और बलिदान प्रतिमूर्ति है। विद्यार्थियों को उनके दृढ़ निश्चय इरादों और हौसलों से सीखते हुए समाज और अपने जीवन में ऐसा कार्य करना चाहिए कि समाज आपको आपके बाद भी याद करें।
इसलिए आप अपने लक्ष्य के पीछे पड़ जाओ सफलता तो झक मार के आपके कदम चूमेगी।

प्रवक्ता अरुण गुप्ता ने भी सुभाष चंद्र बोस की जयंती पर छात्र-छात्राओं को प्रेरित करते हुए उनकी जीवनी और संघर्षों पर गहनता से प्रकाश डाला।

 संगोष्ठी का सफल संचालन प्रवक्ता शिवकुमार द्वारा किया गया।
संगोष्ठी में संजीव कुमार,विक्रम सिंह,विपिन कुमार,नितिन कुमार नाग,कमलेश शर्मा,प्राची अरोरा,रिया उपाध्याय आदि मौजूद रहे।