मेहनत करे इंसान तो क्या हो नहीं सकता, यह सिद्ध किया साधारण से युवा क्षप्रदीप कुमार ने , मिली डॉक्टरेट की मानद उपाधि

मेहनत करे इंसान तो क्या हो नहीं सकता, यह सिद्ध किया साधारण से युवा क्षप्रदीप कुमार ने , मिली डॉक्टरेट की मानद उपाधि

संवाददाता आशीष चंद्रमौलि

बडौत।मेहनत करे इंसान तो क्या हो नहीं सकता, इसको साकार करने में उल्लेखनीय सफलता पायी है गांगनौली के प्रदीप कुमार ने। उन्हें सतत् प्रयास, बुद्धि कौशल, गरीब व होनहार युवाओं के शैक्षिक व रोजगार परक निर्देशन सहित शिक्षण संस्थानों के संचालन के लंबे व प्रशंसनीय अनुभव के नाते डाक्टरेट की मानद उपाधि से अलंकृत किया गया है। 

दिल्ली में आयोजित आइकॉनिक पीस अवार्ड काउंसिल ने इमेजिंग अचीवर राष्ट्र स्तरीय अवार्ड के लिए देशभर के 48 से अधिक प्रतिभाओं को अलग अलग क्षेत्रों में उत्कृष्ट कार्य के लिए डॉक्टरेट की मानद उपाधि दी गई l कार्यक्रम में लोकसभा सदस्य नाभा कुमार सरानिया , आचार्य येशी फुटसॉल, सिक्किम के विधान सभा सदस्य नरेन्द्र कुमार सुब्बा व अवार्ड काउंसिल की अध्यक्षा डॉ प्रिया अरोड़ा मुख्य अतिथि रही। 

आइकॉनिक पीस अवार्ड काउंसिल द्वारा आयोजित इस समारोह में उत्तर प्रदेश के बड़ौत श्रीराम एडुवर्सिटी बड़ौत के चेयमैन प्रदीप कुमार को शिक्षा के क्षेत्र में अनेक गतिमान स्थापित करने, सृजनात्मक कार्य करने और समाजसेवा के क्षेत्र में योगदान के लिए डॉक्टरेट की मानद उपाधि से सम्मानित किया गया। बता दें कि, उक्त संस्था ने समाजसेवी प्रदीप कुमार को मानद उपाधि देने से पूर्व उनके जीवन पर लगभग एक वर्ष तक शोध किया और पाया कि ,किस प्रकार उन्होंने समाज के विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट व अतुलनीय कार्य कर अपना योगदान दिया व लोगों के जीवन में सामाजिक और आर्थिक परिवर्तन लाए।

मानद उपाधि दिए जाने के दौरान बताया गया कि, प्रदीप कुमार ने एजुकेशन के क्षेत्र में अब तक लगभग 5000 से ज्यादा छात्र छात्राओं को एक अच्छी दिशा देकर उनको अपने लक्ष्य तक पहुंचने में उनकी मदद की है। बताया कि, प्रदीप कुमार ने 2003 से  शिक्षा के क्षेत्र में उतरकर समाज के विभिन्न वर्गो के छात्र छात्राओं की आवाज को सलाहकार व निर्देशक के रूप में आकर विभिन्न पदों पर पहुंचाने में मदद की है l प्रदीप कुमार ने अपने राष्ट्र स्तरीय एनजीओ नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ एजुकेशन ट्रस्ट, भारत का गठन कर उसके माध्यम से समाजसेवा के कार्य भी आरंभ किए हैं l जरूरतमंद परिवारों की अनेक बालिकाओं की शिक्षा के साथ साथ विवाह में भी अहम योगदान दिया l प्रदेश के विभिन्न स्कूलों में जाकर बच्चों को कैरियर काउंसलिंग को लेकर जागरूक किया और उद्योगों में कैसे रोजगार मिल सकता है ,के बारे में बताया l दिल्ली के समारोह के दौरान प्रदीप कुमार के जीवन के कार्यों को मंच के माध्यम से भी दिखाया गया l