एनिमल टेस्टिंग संबंधी राष्ट्रीय जनमत संग्रह में बागपत का प्रतिनिधित्व कर बेजुबान पशुओं की आवाज बनेंगे अमन

एनिमल टेस्टिंग संबंधी राष्ट्रीय जनमत संग्रह में बागपत का प्रतिनिधित्व कर बेजुबान पशुओं की आवाज बनेंगे अमन

एनिमल टेस्टिंग पॉलिसी में बदलाव हेतु अमन की मांगी राय

ब्यूरो डॉ योगेश कौशिक

बागपत। पशुओं के अधिकारों के लिए दुनियाभर में कार्य कर रही संस्था पीपल फॉर द एथिकल ट्रीटमेंट ऑफ एनिमल्स (पेटा) की राष्ट्रीय निदेशक पूर्वा जोशीपुरा ने बागपत के अमन कुमार से राष्ट्रीय जनमत संग्रह हेतु उनकी राय मांगी हैं ,जिसके आधार पर भारत सरकार की एनिमल टेस्टिंग संबंधी पॉलिसी में बदलाव किए जायेगा। 

बता दें कि,ट्यौढी गांव निवासी अमन नेहरू युवा केन्द्र से सम्बद्ध उड़ान युवा मंडल के सक्रिय स्वयंसेवक के रूप में युवा सशक्तिकरण, पर्यावरण संरक्षण, महिला सशक्तिकरण जैसे विषयों पर केंद्रित होकर सामाजिक उत्थान के प्रयास कर रहे है। अमन तकनीक के अभिनव प्रयोग से सामाजिक बदलाव का आगाज करने में विश्वास रखते हैं, जिसके लिए उनको हाल ही में सीडीओ एमएल व्यास द्वारा भी एक कार्यक्रम में सराहा गया। वहीं जिला युवा अधिकारी अरुण तिवारी ने भी अमन की प्रशंसा कर उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की है।

पूर्व में लोकसभा सदस्य मेनका गांधी, क्रिकेटर विराट कोहली, एक्टर जॉन अब्राहम, अभिनेत्री माधुरी दीक्षित, आलिया भट्ट, सोनाक्षी सिन्हा, सोनम कपूर सहित विभिन्न सेलिब्रिटी और समाज सुधारकों ने पेटा इंडिया के प्रयासों से जुड़कर पशुओं के अधिकारों के संरक्षण हेतु आवाज उठाई है। अब बागपत के युवा स्वयंसेवक अमन कुमार की सहभागिता से पेटा इंडिया के अभियानों में तेजी आएगी, ऐसा अनुमान है।

एनिमल टेस्टिंग की प्रक्रिया में बाजार में किसी भी दवाई अथवा खाद्य पदार्थ के लॉन्च होने से पूर्व उसकी उपयोगिता पर अनुसंधान किया जाता है ,जिसमें पशुओं को प्रायोगिक आधार पर तैयार दवाई अथवा खाद्य पदार्थ देकर ,उनके शरीर को हुई हानि को मापा जाता है जो पशु क्रूरता के अंतर्गत आता है। अनुमान के मुताबिक एक नई दवा का अध्ययन व परीक्षण में साढ़े आठ साल लगते हैं। 

निदेशक पूर्वा जोशीपुरा ने अमन को पेटा इंडिया के अन्य अभियानों से जुड़ने हेतु भी आमंत्रित किया है, जिसके अंतर्गत वो पशु के अधिकारों के संरक्षण हेतु पेटा इंडिया की आवाज को बुलंद करेंगे। एक तथ्य के अनुसार विश्वभर में प्रतिवर्ष 100 मिलियन से अधिक बंदर, खरगोश, चूहों को विभिन्न अमानवीय कृत्यों का सामना करना पड़ता है ,जबकि पेटा इंडिया के वैज्ञानिक अन्य तरीकों को विकसित कर चुके हैं, जिसमें पशुओं को परीक्षण में शामिल किए बिना ही दवाई अथवा खाद्य पदार्थ की उपयोगिता की जांच संभव है। 

पेटा इंडिया की निदेशक ने पत्र में लिखा कि अमन जैसे लोग बेजुबान पशुओं की आवाज बन उनके अधिकारों के लिए कार्य करने में सक्षम हैं। पूर्व में पेटा इंडिया के द्वारा कॉस्मेटिक्स के सामान जांचने हेतु एनिमल टेस्टिंग के विरोध में एक अभियान चलाया गया था, जिसे विश्वभर के लोगों ने सहयोग दिया और अंततः भारत सरकार द्वारा कॉस्मेटिक अधिनियम 2020 बनाया गया , जिसके अंतर्गत एनिमल टेस्टेड कॉस्मेटिक्स उत्पादों के आयात को प्रतिबंधित किया गया तथा शैक्षिक उद्देश्य हेतु पशुओं को प्रताड़ित करने पर रोक लगाना भी संभव हुआ। इसके अतिरिक्त पेटा इंडिया द्वारा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय को ड्रग प्रोडक्ट टेस्टिंग हेतु नए तरीके सुझाए गए, जिनको मंत्रालय ने अपनाया और खरगोशों पर किए जा रहे आंख एवं त्वचा संबंधी दवाइयों के परीक्षण का मानवीय तरीके से होना संभव हुआ। 

बागपत को बेमिसाल बनाने के लिए समर्पित अमन

जनपद के विकास में सहभागी बनने से लेकर विभिन्न उपलब्धि हासिल कर जनपद का नाम रोशन करने तक, बागपत को बेमिसाल बनाने के लिए समर्पित हैं अमन। नवम्बर 2021 में अमन को हिमाचल में शिक्षा रत्न की उपाधि से सम्मानित किया गया जबकि,19 दिसंबर 21 में महाराष्ट्र में नन्हेज्ञान फाउंडेशन ने यंग ट्रांसफॉर्मर्स अवार्ड से नवाजा गया। 26 सूचना संचार प्रौद्योगिकी आधारित प्रोजेक्ट कॉन्टेस्ट 360 की शुरुआत की। गतवर्ष 06 फरवरी को दुबई में अरब यूथ इंटरनेशनल कांफ्रेंस हेतु आमंत्रण तथा गतवर्ष ही 10 फरवरी को उत्तर प्रदेश पर्यटन द्वारा बागपत के टूरिज्म एंबेसडर बनाए गए।मार्च 2022 में महिला सशक्तिकरण हेतु विश्वभर के 30 से ज्यादा देशों में अधिकारी के रूप मेंनियुक्ति मिली । इसी तरह वर्ष 2022 का प्रत्येक माह उल्लेखनीय उपलब्धियों भरा रहा जबकि, इस वर्ष गणतंत्र दिवस पर अमन को गुरु शिरोमणि अवार्ड 2023 से पुरस्कृत किया गया। 29 जनवरी को अमन के प्रोजेक्ट कॉन्टेस्ट 360 को मुख्य विकास अधिकारी मोतीलाल वव्यास द्वारा सम्मानित किया जा चुका है।