डायरेक्टरी पद को लेकर हुआ पर्चा निरस्त पर चल रहे धरने में नहीं हुआ कोई समाधान।

डायरेक्टरी पद को लेकर हुआ पर्चा निरस्त पर चल रहे धरने में नहीं हुआ कोई समाधान।


 बहसूमा परविंद्र कुमार जैन। 18 मार्च को होने वाले डायरेक्टरी के चुनाव के लिए हुए निरस्त हुए पर्चा को लेकर भारतीय किसान यूनियन तोमर के पदाधिकारियों का चल रहा धरना प्रदर्शन में पहुंचे एसडीएम एवं सीओ मवाना के बीच दोनों की वार्ता हुई। जिसमें यूनियन के पदाधिकारी ने कहा कि जब तक निरस्त हुए पर्चे को बहाल नहीं किया जाएगा तब तक धरना प्रदर्शन समाप्त नहीं होगा।एसडीएम ने यूनियन के पदाधिकारियों से कहा कि सदरपुर में डायरेक्टर के चुनाव को रोक दिया जाएगा। बाकी गांव के चुनाव कराए जाएं। जिस पर यूनियन के पदाधिकारियों ने उनकी एक न सुनी। उन्होंने कहा कि जब तक निरस्त हुए पर्चे बहाल नहीं हुए तो तब तक धरना प्रदर्शन समाप्त नहीं होगा। एसडीएम मवाना एवं सीओ  मवाना ने जिले के अधिकारियों से वार्ता तालाब करने के बाद निर्णय लिया जाएगा। बताते दें कि साधन सहकारी समिति मोड़खुर्द के सभापति के लिए चुनाव होने हैं। जिसमें 18 मार्च को डायरेक्टर के पद पर चुनाव होने हैं। जिसमें रिटर्निंग ऑफिसर को 4 पर्चे वापस हो गए थे। लेकिन 1 पर्चा रिटर्निंग ऑफिसर ने निरस्त कर दिया। जिस पर भारतीय किसान यूनियन तोमर के जिलाध्यक्ष सन्नी चौधरी एवं अखिलेश चौधरी मंडल अध्यक्ष आनंदपाल सिंह, प्रधान इंतजार देशवाल, महिला मोर्चा की अध्यक्ष काजल शर्मा आदि ने समिति के अधिकारियों पर भाजपा के नेताओं के दबाव पर पर्चा निरस्त किया गया। जबकि ये नियम के विरुद्ध है। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र का हनन हो रहा है। भाजपा सरकार में जो भाजपा के नेता कह रहे हैं वही हो रहा है। गुरुवार से चले धरने को लेकर एसडीएम मवाना अखिलेश यादव एवं सीओ मवाना आशीष शर्मा पुलिस फोर्स को साथ लेकर यूनियन के पदाधिकारियों से वार्ता की। जिस पर उन्होंने कहा कि एक गांव के चुनाव को रोक दिया जाएगा। बाकी गांव के चुनाव करा दिया जाये। जिस पर भारतीय किसान यूनियन तोमर के पदाधिकारियों ने कहा कि जब तक निरस्त हुए पर्चे को बहाल नहीं किया गया तो तब तक धरना समाप्त नहीं होगा। उसके बाद एसडीएम ने जिले के अधिकारियों से वार्ता करने के बाद ही कुछ कहा जाएगा। उसके बाद वह बैरंग लौट गए अब आला अधिकारियों से वार्ता के बाद ही मामला स्पष्ट हो पाएगा।