पवन पुत्र महावीर श्री हनुमान का जन्म उत्सव बड़ी धूमधाम से मनाया गया।

पवन पुत्र महावीर श्री हनुमान का जन्म उत्सव बड़ी धूमधाम से मनाया गया।


 बहसूमा प्रवेंद्र कुमार जैन। किसु कवि ने ही सच कहा है कि "सब सुख लहै तुम्हारी शरना, तुम रक्षक काहु को डरना" डीपीएम सीनियर सेकेंडरी पब्लिक स्कूल बहसूमा में  महावीर हनुमान के जन्म उत्सव को बहुत धूमधाम से मनाया गया। इस पावन अवसर पर विद्यालय सचिव जगदीश त्यागी तथा प्रधानाचार्य जिया जैदी ने हनुमान की प्रतिमा पर पुष्प माला अर्पित कर दीप प्रज्वलित किया। सचिव ने बच्चों को बताया कि राम भक्त शिरोमणि हनुमान का जन्म चैत्र मास की शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा को हुआ था। हनुमान की सहायता से ही भगवान श्रीराम ने सीता का पता लगाया था तथा रावण का वध किया था। उनके पिता केसरी राज तथा माता अंजनी थी। वह बचपन से ही बहुत शक्तिशाली थे। बचपन में उन्होंने सूर्य को भी फल समझकर निगल लिया था। उन्हें पवन सूत्र भी कहा जाता है। प्रधानाचार्य ने बच्चों को संबोधित करते हुए कहा कि जिस प्रकार से हनुमान में अतुलित बल था। लेकिन समुंदर पार करते समय उन्हें अपनी शक्ति के बारे में पता नहीं था। तब जामवंत ने हनुमान को उनके बल की याद दिलाई थी। उसी तरह आज विद्यालय में सभी अध्यापक बच्चों के अंदर छिपी कला को तराश कर उन्हें गुण संपन्न बनाते हैं। अध्यापक विशाल लोमस ने बच्चों को बताया कि जिस प्रकार आज बच्चे सुपर पावर, स्पाइडर मैन और सुपरमैन को अपना हीरो मानते हैं, उसी प्रकार उन्हें बजरंगबली हनुमान को अपना आदर्श मानते हुए उनके कार्यों का अनुकरण करना चाहिए और निस्वार्थ भाव से पूरी लगन के साथ अपने कर्तव्य का पालन करना चाहिए। इस अवसर पर विद्यालय कोऑर्डिनेटर अनुज त्यागी, अलका गुप्ता, गौरव यादव, अमित गौतम, हरनीत कौर, रेनू, तनवीर, प्रदीप गुप्ता, सौरव, अंकित तोमर, पारुल वर्मा, संजू कौशिक आदि अध्यापक मौजूद रहे।