भारी मात्रा में वेशकीमती शीशम एवं सागौन का कटान प्रशासन की मिली भगत सै
थाना निघासन क्षेत्र के अंतर्गत रेंज लधौरी क्षेत्र सिंगाही में भारी मात्रा में शीशम एवं सागौन का कटान जोरों से चल रहा है । थाना निघासन एक प्राकृतिक संपदा है।और पर्यावरण सम्बन्धी केंद्र संपदा है। जहां पर प्रतिबंधित वेशकीमती शीशम- सागौन की अवैध तस्करी निरंतर हो रही है। प्रशासन पूरी तरह फेल नजर आ रहा है। सरकार एक तरफ जहां बड़े स्तर पर वृक्षारोपण अभियान चला रही है। वहीं दूसरी तरफ लड़की माफियाऔं के द्वारा ताबड़तोड़ प्रतिबंधित तथा बेशकीमती पेड़ों का अवैध कटान तथा तस्करी जोरौ से की जा रही है। पेड़ों के अवैध कटान को रोकने के लिए प्रशासन एवं पुलिस तथा वन विभाग की टीम लगातार कार्यवाही में जुटी है। लेकिन वन निगम एवं विभागीय कार्यवाही के बावजूद पुलिस प्रशासन से बैखौप, लकड़ी माफियाओं के द्वारा क्षेत्र में बड़े स्तर पर अवैध तरीके से बेशकीमती पेड़ों का कटान का कार्य किया जा रहा है। वैसे भी निघासन क्षेत्र सिंगाही,निघासन खैरीगढ़, दुबहा, साधु पुरवा, रानीगंज मदनापुर ,कई जगह पर पेड़ों का कटान जोरों से होता है।निघासन क्षेत्र नेपाल बॉर्डर जहां पर पहाड़ी क्षेत्र काफी नजदीक है अधिकतर क्षेत्र वनों से घिरा हुआ है। वनों की सुरक्षा ही राज्य की समृद्धि पर निर्भर करता है। पहाड़ी क्षेत्रों में रोजमर्रा के जीवन में वन का विशेष महत्व है। वनों से लकड़ी, इंधन, चारा ,आदि के साथ-साथ प्राकृतिक सौंदर्य एवं पर्यावरण को दूषित होने से रोकता है। पेड़ों की वजह से हमारी जलवायु अच्छी रहती है। भूमि और जल का संरक्षण भी किया जा सकता है। वन एवं वन्य जीव हमारी बहुमूल्य संपदा है। इसकी सुरक्षा हम सबका नैतिक दायित्व है। हम सरकार से एवं क्षेत्रीय नगर निगम कर्मचारियों से अपील करता हूं। ऐसे वन माफियाओं के खिलाफ धारा 68 के अंतर्गत पर्यावरण को नुकसान एवं प्रदूषण एक्ट के तहत मुकदमा पंजीकृत कर कठोर कार्यवाही करना चाहिए प्रशासन को और सरकार को इस खबर के माध्यम से अवगत कराना चाहूंगा कि जो ट्रक ड्राइवर जिसका गाड़ी नंबर UP15 ET1410 है और लकड़ी के ढेर आपको इन के माध्यम से दिखाने का प्रयास करेंगे अब देखना यह है कि प्रशासन पर कौनसी कार्रवाई करता है या नहीं