गड्ढे और जलभराव से दयनीय हालत में है ढिकौली गाँव के प्रवेश द्वार से लेकर कालेज तक का मार्ग

गड्ढे और जलभराव से दयनीय हालत में है ढिकौली गाँव के प्रवेश द्वार से लेकर कालेज तक का मार्ग

••दुनिया में सडकों के नेटवर्क में भारत के दूसरे नंबर पर अपनी पीठ थपथपाने के बदले हकीकत भी देखें : राजेन्द्र शर्मा

ब्यूरो डा योगेश कौशिक

बागपत | देश में सडकों के नेटवर्क को अमेरिका के बाद दूसरे नंबर का बताने वाले भारत के सडक परिवहन मंत्री नितिन गडकरी के लिए जनपद के ढिकौली और पांची गाँव की बानगी ही काफी है, जहां हर दिन गड्ढे और जलभराव से आम आदमी को जूझते देखा जा सकता है |

जनपद की बड़ी आबादी वाला गाँव ढिकौली, संभव है प्रदेश सरकार अगले निकाय चुनाव से पूर्व इसे नगर पंचायत का भी दर्जा दे दे, किंतु गाँव के प्रवेश मार्ग की जितनी हालत खस्ता है, उसे देखकर तो , अधिकारी भी मौका मुआयना करने से बचते रहते हैं | बागपत - मुरादनगर मार्ग चांदीनगर से पहले बसे इस गाँव की मजबूरी यह है कि, वह अपनी आवाज बुलंद करने के बदले देश की सीमाओं की हिफाजत को तरजीह देता है, यानि यहां के युवा सेना, पुलिस और अर्द्ध सैनिक बलों में जाने में जुट जाते हैं, जिससे गाँव की राह की चिंता के बदले अपने जीवन की राह तलाश करने और उसकी तैयारी में लगे रहना ज्यादा अच्छा लगता है | 

करीब तीन‌ महीने पहले इस गाँव के एक तालाब की साफ सफाई का काम शुरू हुआ था, लेकिन वह भी अज्ञात कारणों से बंद पडा है, जिससे बरसात में ही नहीं गर्मी और सर्दी में भी सडक पर जलभराव परेशानी का सबब बना रहता है , लेकिन अपने भविष्य की चिंता में लगे इस गाँव के लोग कीचड़ में धंसते हुए जैसे तैसे आवागमन करते रहते हैं और शासन प्रशासन है कि, ज्ञापन, धरना - प्रदर्शन के आगे ही नतमस्तक होकर योजना बनाता है | लिहाजा इस गाँव के बीच से सिखैडा आदि गाँवों से होते हुए मेरठ - बागपत मार्ग जोडने वाले इस महत्वपूर्ण गाँव की डेढ किमी गड्ढेदार सडक पर दुपहिया से लेकर हल्के - भारी वाहन तक दुर्घटनाग्रस्त होते रहते हैं, लेकिन देखकर भी अनदेखी करने वाले जनप्रतिनिधियों से लेकर प्रशासनिक अधिकारियों तक को इसके लिए फुर्सत कहाँ, जो बिना कहे डेढ - दो किमी गड्ढेदार सडक का पुनर्निर्माण या पेंचवर्क करा सकें |

रालोद के राष्ट्रीय महासचिव व पूर्व विधायक राजेन्द्र शर्मा ने इस मार्ग की दयनीय हालत के स्थलीय फोटो संलग्न करते हुए केंद्र सरकार के सडक परिवहन मंत्री को पत्र लिखकर सडकों के नेटवर्क की वाहवाही और टोलप्लाजा के जरिये राजस्व की रिकॉर्ड वसूली से अपनी पीठ थपथपाने से पहले हकीकत से नजरें न चुराएं और पूर्व में बने मार्गों के रखरखाव से मुंह न मोडें | इसी संदर्भ में कांग्रेस नेता प्रमोद गोस्वामी ने भी अधिकारियों से मार्ग के पुनर्निर्माण की मांग की है |