शिक्षा संस्कृति उत्थान न्यास मेरठ प्रान्त ने हिन्दी दिवस मनाया
बहसूमा।शिक्षा संस्कृति उत्थान न्यास मेरठ प्रान्त द्वारा बृहस्पतिवार को डी०पी०एम० इंस्टीट्यूट ऑफ़ एजूकेशन बहसूमा में हिन्दी दिवस का आयोजन कराया गया। जिसमें न्यास के प्रान्त अध्यक्ष प्रोफेसर डॉ. हरेन्द्र सिंह ने अपने संबोधन में कहा कि हिन्दी एक समृद्ध भाषा है, समृद्ध भाषा के साथ-साथ यह हमारी मातृभाषा भी है, जितनी अच्छी अभिव्यक्ति अपने भावों की हम हिन्दी में कर सकते हैं उतना अन्य किसी भाषा में नहीं कर सकते। इस हिन्दी दिवस पर हमको प्रण लेना चाहिए कि हमें अपने प्रत्येक कार्य हिन्दी भाषा में ही करने चाहिए। डी०पी०एम०इंस्टिट्यूट ऑफ एजुकेशन की प्रबन्ध समिति के सचिव जगदीश त्यागी ने अपने संबोधन में कहा कि प्रत्येक भारतीय को अपने दैनिक जीवन के कार्यों में हिन्दी भाषा का अधिक से अधिक प्रयोग करना चाहिए क्योंकि हिन्दी भाषा में हमारे राष्ट्र के प्राण बसते हैं। शिक्षा संस्कृति उत्थान न्यास की महिला कार्य की प्रान्त सहसंयोजिका श्रीमती सोनम ने अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि हिन्दी को वर्ष 1949 में भारत की आधिकारिक भाषा का दर्जा प्रदान किया गया था परन्तु आज भी हिन्दी अपने अस्तित्व की लड़ाई लड़ रही है, हम सभी का कर्तव्य है कि हम अपने सभी संस्थागत एवं व्यक्तिगत कार्य केवल हिन्दी भाषा में ही करें। कार्यक्रम का संचालन पंकज कुमार ने किया। कार्यक्रम में कुलदीप शर्मा, मोनपाल का विशेष योगदान रहा। महाविद्यालय के छात्र-छात्राओं ने भी कार्यक्रम में बढ़-चढ़कर भाग लिया और अरविंद कुमार, आशू , अभिषेक, आजाद, चित्रा, तनु, मोहिनी, कनिका कोहली आदि ने भी अपने विचार अभिव्यक्त किये और हिन्दी में स्वरचित कविताएं सुनाईं।