दस वर्ष पूर्व देखे राम दरबार के स्वप्न को साकार करने में जगह की तंगी हुई दूर, भगवद् कृपा हुई भरपूर: उपेंद्र चौधरी
••नगर के श्रीराम इंटर कालेज में भी अयोध्या में प्राणप्रतिष्ठा के शुभ मुहूर्त में ही रामलला होंगे विराजमान
••16 -21 जनवरी तक पंचवटी मंदिर में पूजन व 22 में परिक्रमा के साथ ही प्राणप्रतिष्ठा
ब्यूरो डॉ योगेश कौशिक
बडौत। नगर की प्रमुख शिक्षण संस्था श्रीराम इंटर कॉलेज के डायरेक्टर उपेन्द्र चौधरी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि ,10 वर्ष पूर्व उन्हें स्वप्न में प्रभु श्री राम दरबार दिखाई देता था , स्वप्न का वृतांत बड़े भाई डा राजीव तोमर को उस समय सुनाया गया तथा कहा गया कि, प्रभु श्रीराम का मन्दिर बनाकर भगवान के चरणों में अपनी हाजिरी समर्पित कर सकें।
बताया कि, स्वप्न के अनुसार बड़े भाई ने भी अपनी सहमति व्यक्त कर दी , लेकिन तब विद्यालय प्रांगण में इतनी जगह भी नहीं थी । प्रभु श्रीराम के चमत्कार से विद्यालय को जगह मिल गई और श्रीराम मन्दिर के लिए भूमि पूजन भी करा दिया गया। बताया कि राजस्थान से लाल पत्थर से निर्मित मन्दिर के लिए 22 नवंबर 2022 को लाल पत्थर से मंदिर निर्माण के लिए कारीगरों को तय किया तथा मन्दिर निर्माण जनवरी 2023 तक पूर्ण कराने का निर्णय लिया गया था । बताया कि, यह प्रभु श्रीराम जानें कि, मन्दिर निर्माण का कार्य जोर शोर से हुआ, लेकिन किसी न किसी कारण के चलते विलंब होता गया और शायद श्रीराम प्रभु की इच्छा थी कि , प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री के प्रयासों से अयोध्या के साथ ही श्रीराम इंटर कॉलेज के प्रांगण के नव निर्मित मन्दिर में एकसाथ ही विराजमान होंगे।
डायरेक्टर उपेन्द्र चौधरी ने बताया कि, 22 जनवरी को अयोध्या के साथ ही उसी शुभमूहर्त में बड़ौत नगर के श्रीराम इंटर कॉलेज में विराजमान होंगे और उनका सपना प्रभु श्रीराम पूरा करेगे । बताया कि,प्रभु श्रीराम के साथ साथ भगवान शिव परिवार और शिक्षा दायिनी माता सरस्वती और माता लक्ष्मीजी भी रामलला के साथ विराजमान होंगी | मूर्ति प्राण प्रतिष्ठा का कार्यक्रम 16 जनवरी से 21 जनवरी तक पंचवटी मन्दिर बड़ौत में पं कुंदन भारद्वाज के सानिध्य में विधि विधान से आयोजित किया जाएगा तथा 22 जनवरी को सुबह 8 बजे प्रभु श्री राम की भव्य यात्रा पंचवटी मन्दिर से चलकर बाजार के मुख्य मार्ग से होते हुए दिल्ली सहारनपुर रोड, सराय रोड से होते हुए श्रीराम इंटर कॉलेज के प्रांगण में संपन्न होगी ,जहां नवनिर्मित मंदिर में प्रभु श्रीराम को विधि विधान से विराजित किया जाएगा।