लाक्षागृह परिसर व क्षेत्र के गांवों में भी यज्ञ व भंडारे आयोजित, स्वामी प्रद्युम्न द्वारा श्रीराम के चरित्र को आत्मसात् करने का आह्वान
संवाददाता मनोज कलीना
बिनौली। महाभारतकालीन बरनावा के लाक्षागृह स्थित संस्कृत गुरुकुल परिसर में अयोध्या में राममंदिर की स्थापना के उपलक्ष्य में सोमवार को स्वस्ति यज्ञ का आयोजन हुआ ,जिसमें श्रद्धालुओं ने आहुति देकर मर्यादा पुरुषोत्तम राम के चरित्र को आत्मसात् करने का संकल्प लिया।
इस अवसर पर विहिप मेरठ प्रांत मार्गदर्शक मंडल के सदस्य स्वामी प्रद्युम्न महाराज ने उपदेश देते हुए कहा कि, आज पूरा विश्व राममय हो रहा है। कई सौ वर्षों बाद आज हमारे पूर्वजों के संकल्पों, इच्छाशक्ति व प्रयासों से रामलला की प्राण प्रतिष्ठा हुई है। वे बहुत भाग्यशाली हैं, जिन्हे इस अवसर को देखने व सुनने का मौका मिला । उन्होंने कहा कि, हमें मर्यादा पुरुषोत्तम राम के जीवन से प्रेरणा लेनी चाहिए।
आयोजन में प्रधानाचार्य अरविंद शास्त्री व उदयवीर सिंह सपत्नीक यज्ञमान रहे। आचार्य देवेंद्र शास्त्री व आचार्य जयकृष्ण ने वेदपाठ किया। मुकेश ठाकुर, निमेष शर्मा, मनोज विजयपाल शास्त्री, संजीव शास्त्री, राहुल त्यागी, देवेंद्र शर्मा, ललित शर्मा, दीपक शर्मा, जयपाल त्यागी, विजय कुमार आदि मौजूद रहे। उधर शाहपुर बाणगंगा, खपराना, बिनौली, शेखपुरा, पिछोकरा, बिजवाडा, ग्वालीखेड़ा, फजलपुर, धनौरा सिल्वरनगर, चंदायन, बुढेडा आदि गांवों में शोभायात्रा व मंदिरों में हवन पूजन किया गया।