अग्रवाल मंडी के कौशल विकास केन्द्र का जिलाधिकारी द्वारा औचक निरीक्षण ,नहीं मिली मूलभूत सुविधाएं

अग्रवाल मंडी के कौशल विकास केन्द्र का जिलाधिकारी द्वारा औचक निरीक्षण ,नहीं मिली मूलभूत सुविधाएं

••बहुत पुराने कम्प्यूटर, नेट सुविधा व जरूरी चार्ट भी नहीं, उचित प्रकाश का अभाव

••पं दीनदयाल उपाध्याय के नाम से संचालित योजना के तहत प्रशिक्षुओं के लिए खाना भी बाहर से लाना पड़ता है! 

ब्यूरो डॉ योगेश‌ कौशिक

बागपत। केंद्र सरकार द्वारा संचालित पं दीनदयाल उपाध्याय ग्रामीण कौशल विकास योजना में ग्रामीण क्षेत्र के कक्षा 8 वीं से लेकर 12 वीं तथा इसके बाद भी यदि किन्हीं कारणों से पढ़ाई बंद हो गई है, ऐसे युवा व युवतियों को 14 से 40 वर्ष की उम्र वालों को उनकी रुचि के अनुसार ट्रेनिंग देकर रोजगार के लिए तैयार किया जाता है। जनपद में इसके तहत तीन केंद्र संचालित हैं।

जिलाधिकारी जितेंद्र प्रताप सिंह ने आज पं दीनदयाल उपाध्याय कौशल विकास योजना अग्रवाल मंडी टटीरी केंद्र का निरीक्षण किया जिसमें 35 बच्चे प्रशिक्षण लेते हुए पाए गए। इस दौरान जिलाधिकारी ने बच्चो द्वारा भरे गए फार्मो का भी सत्यापन किया, जिन्हें एफटीसीपी का कोर्स दिया जा रहा है । जिलाधिकारी ने आईटी लैब का भ्रमण किया तथा उसे मानक के अनुसार नहीं पाया गया ,क्योंकि लैब में जो कंप्यूटर लगे थे ,वह अत्यधिक पुराने थे ,जिनमें प्रशिक्षु युवक युवतियां सरलता के साथ अपना प्रशिक्षण कार्य भी नहीं कर पा रहे थे।जिलाधिकारी ने सुधार करने के निर्देश दिए। 

बता दें कि, पं दीनदयाल उपाध्याय योजना के अंतर्गत प्रशिक्षण लेने वालो के लिए छात्रावास से लेकर पाठ्यक्रम तक सभी व्यवस्थाएं केंद्र सरकार द्वारा निशुल्क उपलब्ध कराई जा रही हैं।वहीं आईटी लैब में प्रकाश व्यवस्था ठीक नहीं पाई गई, हार्डवेयर क्लास रूम की व्यवस्था भी ठीक नहीं मिली, डिटेल साइनेज फ्लो चार्ट इत्यादि नहीं पाए गए तथा नेट फैसिलिटी तक भी क्लास में नहीं थी। इस दौरान सेंटर इंचार्ज काजल ने बताया कि, छात्रावास की व्यवस्था होते हुए भी, खाना बाहर से संस्थान में लाया जाता है । निरीक्षण के दौरान छात्रावास के टॉयलेट के गेट भी टूटे-फूटे पाए गए और पानी गर्म करने के लिए बच्चों को स्वयं ही व्यवस्था करने की भी जानकारी मिली ।इस अवसर पड़ आईटीआई प्रधानाचार्य नीरज कुमार भी उपस्थित रहे।