हाजीपुर कोटे का चुनाव स्थगित होने पर हुआ बवाल,चले जमकर ईट पत्थर ।
कई गंभीर रूप से घायल चयन की अगली तारीख मुकर्रर दोनों पक्षों ने डीह थाने में दिया तहरीर ,
रायबरेली।थाना क्षेत्र की चौकी परसदेपुर के अन्तर्गत ग्राम पंचायत हाजीपुर में सार्वजनिक वितरण प्रणाली की दुकान का चयन होना था। यह दुकान पूर्व कोटेदार के भ्रष्टाचार में लिप्त होने से खाली हुई थी।जो अभी तक फागूपुर ग्राम पंचायत में सम्बद्ध कर चलायी जा रही थी। दुकान चयन में एक पक्ष से नीतू पाण्डेय पत्नी भूपेंद्र पाण्डेय व दूसरे पक्ष से दीपिका मिश्रा पत्नी अतुल मिश्रा ने अपनी अपनी दावेदारी पेश की थी।कोटे के चयन की तारीख लगभग एक माह पहले तय की गई थी।जानकारों की मानें तो यहां कोटे का चुनाव प्रधानी की तरह लड़ा जा रहा था। सरे शाम महफ़िल दोनों पक्षों से सज जाती थी। पियक्कड़ों की बल्ले बल्ले थी।सूत्रों की माने तो यहां नगद राशि भी लोगों को दी गई थी। दोनों तरफ लोग अपनी अपनी उपस्थिति दर्ज कराते थे और मदद का पूरा भरोसा देते थे।
जबकि दो बार चुनाव स्थगित
हो चुका था जानकारी के मुताबिक 28 दिसंबर को कोटे का चुनाव होना था उस समय ग्रामीणों ने मुनादी और सूचना न देने का आरोप लगाया था जिसके कारण उच्चाधिकारियों के द्वारा चुनाव स्थगित करने के साथ 17जनवरी को चुनाव कराने का आदेश किया था सुबह से लगनी शुरू हुई भीड़
कोटे के चयन में ग्रामीणों ने बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया।अपने अपने समर्थकों को गाड़ियों से भरकर पंचायत भवन लाया गया।जब चुनाव का समय आया तो पता चला कि प्रधान बीमार है।इस पर एडीओ रामधारी प्रसाद ग्राम विकाश अधिकारी रामेश्वर गुप्ता ग्रामपंचायत अधिकारी शिशिर कुमार ने चुनाव स्थगित करने की घोसड़ा कर दी। 24 जनवरी को चुनाव प्रक्रिया संपन्न कराने की बात कही। चुनाव स्थगित होने पर भीड़ अक्रोसित हो गई।ग्रामीणों की अधिकारियों के साथ नोक झोंक भी हुई।ब्लाक कर्मचारी जाने के बाद नारेबाजी शुरू हो गई।भीड़ को खदेड़ते समय पी आर डी का जवान ओमप्रकाश मौर्य भी चोटिल हो गया।मामला शांत होने के बाद सत्येंद्र मिश्रा घर से बाजार जा रहा था तभी रास्ते में विपक्ष के द्वारा मारपीट की गई। पीड़ित युवक ने थाने में तहरीर दे कर न्याय की गुहार लगाई।थाना प्रभारी प्रवीर गौतम ने बताया की अराजकता फैलाने वालों को बक्सा नहीं जायेगा जांच चल रही है उचित कार्यवाही की जाएगी।