चित्रकूट-श्रीराम जन्मभूमि प्राण प्रतिष्ठा अक्षत कलश यात्रा का शिवरामपुर में हुआ भव्य स्वागत।

चित्रकूट-श्रीराम जन्मभूमि प्राण प्रतिष्ठा अक्षत कलश यात्रा का शिवरामपुर में हुआ भव्य स्वागत।

चित्रकूट: श्रीराम जन्म भूमि अयोध्या से आए पूजित अक्षत को लेकर श्रीराम जन्मभूमि प्राण प्रतिष्ठा अक्षत कलश यात्रा के साथ शनिवार को शिवरामपुर में भव्य शोभा यात्रा निकाली गयी। जिसमें हिन्दू वादी संगठनों के पदाधिकारियों एवं संतों ने आगामी 22 जनवरी को होने वाले कार्यक्रम के रूपरेखा की जानकारी दी। 

   शिवरामपुर में आयोजित कार्यक्रम में विश्व हिन्दू परिषद के धर्म यात्रा महासंघ के प्रान्त प्रमुख छेदीलाल गौतम ने कहा कि लगभग साढे चार सौ वषों से भगवान राम की जन्मभूमि अयोध्या बाबरी मस्जिद के रूप में दास्तां की बेडियों में जकडी थी। उस समय विश्वहिन्दू परिषद के तत्कालीन मुखिया स्व अशोक सिंघल ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ व बजरंग दल के कार्य सेवकों और संतों के सहयोग से बड़ा आन्दोलन किया था। जिसमें 6 दिसम्बर 1992 को रामजन्म भूमि को मुक्त कराने के लिए तमाम कार्यसेवकों ने अपने प्राण न्योछावर कर दिए थे। इस राष्ट्रीय धरोहर को संरक्षित करने की जिम्मेदारी वर्तमान पीढि के युवाओं की है। 

  विभाग समरसता प्रमुख रामचरण तिवारी ने बताया कि आगामी 22 जनवरी 2024 को भगवान श्रीराम के मन्दिर में आयोध्या में प्राण प्रतिष्ठा के अवसर पर विश्व हिन्दू परिषद के पूरे कार्यकर्ता कस्बे सहित ग्रामीण क्षेत्रों में दीपोत्सव जैसा त्योहार मनाएंगे। इस दौरान सरस्वती शिशु मन्दिर शिवरामपुर के विद्यार्थियों, रामलीला समाज बिहारा द्वारा कलश यात्रा निकाली गयी। आयुष्मान ग्राम पुरवा तरौंहा के वेद पाठी छात्रों ने वेद मंत्रों के जरिए पूजा अर्चना की। कार्यक्रम में प्रजापति समाज ने कुम्हरई गायन, रैकवार समाज ने ढिमरई गायन, यादव समाज ने देवारी नृत्य प्रस्तुत किया। 

   इस मौके पर दिगम्बर अखाडा के महंत दिव्य जीवन दास, संघ के जिला प्रचारक पुनीत, जिला कार्यवाह अतुल, जिला बौद्धिक प्रमुख राजेश कुमार दीक्षित, विश्व हिन्दू परिषद के जिलाध्यक्ष राजेन्द्र द्विवेदी, जिला सहकारी बैंक अध्यक्ष पंकज अग्रवाल, खण्ड कार्यवाह देवेन्द्र, विभाग सम्पर्क प्रमुख कमलाकान्त, वंश गोपाल, रतनलाल, ओमजी, आरोग्य भारती के जिला सचिव डाॅ वैद्यनाथ, राजा पाण्डेय, सह जिला मंत्री सिद्धार्थ पाण्डेय, प्रखण्ड अध्यक्ष अमित श्रीवास्तव, मंत्री प्रिंश पाण्डेय, शानू गुप्ता, बांके बिहारी चैबे, श्रवण, कौशलेन्द्र, फूलचन्द्र आदि मौजूद रहे।