शिक्षाविद प्रो बलजीत सिंह आर्य के आदर्शों को आत्मसात् करने का आह्वान

शिक्षाविद प्रो बलजीत सिंह आर्य के आदर्शों को आत्मसात् करने का आह्वान

श्रद्धांजलि सभा में उमड़े लोगों ने दी भावभीनी श्रद्धांजलि

 संवाददाता मनोज कलीना

बिनौली। जिवाना के गुरुकुल इंटरनेशनल स्कूल के संस्थापक, प्रसिद्ध शिक्षाविद व समाजसेवी प्रो बलजीत सिंह आर्य की स्मृति में शुक्रवार को श्रद्धांजलि सभा का आयोजन हुआ, जिसमें आर्य समाज के विद्वानों, जनप्रतिनिधियों सहित राजनेताओं, शिक्षाविदों व गणमान्य नागरिकों ने उनके जीवन मूल्यों तथा आदर्शों को आत्मसात् करने का आह्वान किया। 

वैदिक विद्वान गुरुकुल लाक्षागृह के प्रधानाचार्य ने वैदिक मंत्रोच्चार के साथ यज्ञ संपन्न कराया, जिसमें विभिन्न जनपदों से आए गणमान्य नागरिकों ने आहुति प्रदान की। इसके उपरांत हुई श्रद्धांजलि सभा में सार्वदेशिक आर्य प्रतिनिधि सभा के प्रधान स्वामी आर्यवेश व स्वामी यज्ञमुनि ने प्रो आर्य को ऋषि दयानंद का सच्चा उपासक बताया। भाकियू प्रवक्ता राकेश टिकैत ने कहा कि, उनके सामाजिक कार्यो को आगे बढ़ाने के लिए सकारात्मक प्रयास करना ही सच्ची श्रद्धांजलि है। 

इस दौरान उनके पुत्र डा अनिल आर्य व डा सुनील आर्य ने अपने पिता के अधूरे कार्यों को पूरा करने का संकल्प लिया। केंद्रीय मंत्री जयंत सिंह का शोक संदेश उनके सलाहकार वीरपाल मलिक ने पढ़कर सुनाया। सभा में 
सांसद डा राजकुमार सांगवान, रालोद महासचिव राजेन्द्र शर्मा, विधायक व पूर्व मंत्री स्वामी ओमवेश, विधायक योगेश धामा, विधायक डा अजय कुमार, प्रसन्न चौधरी, पूर्व मंत्री डा योगानंद शास्त्री, जितेंद्र सतवई, साहब सिंह, वीरपाल राठी, उम्मेद सिंह सिवाच, आदि ने श्रद्धा सुमन अर्पित किए। 

हरपाल सिंह आर्य के संचालन में हुई सभा में रालोद राष्ट्रीय महासचिव सुखबीर गठीना, राष्ट्रीय सचिव डा कुलदीप उज्ज्वल,रालोद जिलाध्यक्ष डॉ सुभाष प्रमुख, जिला पंचायत अध्यक्ष पति जयकिशोर, सुभाष पहलवान, ओमवीर सिंह तोमर,  यशपाल चौधरी, संजू चौधरी, रमाला से संजू चौधरी, रवि भारत शिकारा, अश्विनी तोमर, मनोज धामा, धूम सिंह, रामकुमार खोखर, डा. वीरोत्तम तोमर, जमीरुद्दीन अब्बासी, कुंवर मोहम्मद अली, धीरज उज्जवल, राजू तोमर आदि मौजूद रहे।