जिलाधिकारी ने की विकास कार्यों की समीक्षा बैठक ,निर्माणाधीन कार्यों को जल्द पूर्ण करने के दिए निर्देश

जिलाधिकारी ने की विकास कार्यों की समीक्षा बैठक ,निर्माणाधीन कार्यों को जल्द पूर्ण करने के दिए निर्देश

ब्यूरो डा योगेश कौशिक

बागपत | जिलाधिकारी राज कमल यादव ने कलेक्ट्रेट सभागार में विकास कार्यों व जनपद में चल रहे 10 लाख से 50 लाख से ऊपर के निर्माणाधीन कार्यो की समीक्षा बैठक की और संबंधित विभागीय अधिकारियों को व कार्यदायी संस्थानों को आवश्यक निर्देश देते हुए कहा कि ,जो जनपद में निर्माणाधीन कार्य चल रहे हैं ,वे गुणवत्तापूर्ण व समयबद्ध रूप से मानक के अनुरूप जल्द से जल्द पूर्ण होने चाहिएं । कहा कि, निर्माणाधीन कार्यो का नोडल अधिकारी अवश्य निरीक्षण कर लें तथा निर्माणाधीन कार्यो की जांच थर्ड पार्टी से भी कराए जाने की बात भी उन्होंने कही ।

   जिलाधिकारी ने विकास कार्यों की समीक्षा करते हुए संबंधित अधिकारियों को कड़े निर्देश देते हुए कहा कि ,शासन द्वारा जो संचालित योजनाएं हैं, उनका लाभ पात्र व्यक्ति को अवश्य मिलना चाहिए, कोई भी पात्र व्यक्ति संचालित योजना से वंचित नहीं रहना चाहिए | उन्होंने संबंधित विभागों को निर्देश देते हुए कहा कि , कैंप लगाए जाएं और पात्र व्यक्तियों को योजना से जोड़ा जाए।

पैंशन योजना के पात्र किसी को भी वंचित न रहने दें

 जिलाधिकारी ने कहा कि,सोशल कार्यों में कोई भी लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी ,जितनी भी शासन द्वारा पेंशन चल रही हैं, पात्रधारक की पेंशन अवश्य बननी चाहिए ,चाहे वह वृद्धा पेंशन, दिव्यांग पेंशन ,विधवा पेंशन हो | उन्होंने कहा योजना का व्यापक प्रचार-प्रसार होना चाहिए, जिससे कि ,अधिक से अधिक पात्र व्यक्ति योजना से लाभान्वित हो सकें और आधार फीडिंग के कार्य में भी तत्परता आए ।

नये राशन कार्ड बनाने के निर्देश

 जिलाधिकारी ने जिला पूर्ति अधिकारी को निर्देश देते हुए कहा कि ,राशन कार्डो का सत्यापन कराया जाए और नए कार्ड बनाए जाने के भी निर्देश दिए । जिलाधिकारी ने कन्या सुमंगला योजना की समीक्षा की और कहा, कोई भी आवेदन लंबित नहीं रहना चाहिए 

जिलाधिकारी ने जिला पंचायत राज अधिकारी व समस्त खंड विकास अधिकारियों को निर्देश दिए कि ऑपरेशन कायाकल्प के अंतर्गत कार्य में तीव्रता लाई जाए और कार्य गुणवत्ता पूर्ण होने चाहिए।

गौ आश्रय स्थलों पर नोडल अधिकारी और पशु चिकित्सकों को देखरेख के निर्देश

 जिलाधिकारी ने अस्थाई गो आश्रय स्थलों के बारे में भी नोडल अधिकारियों से समीक्षा की और निर्देश दिए कि ,सप्ताह में 1 दिन गो आश्रय स्थल का निरीक्षण कर रिपोर्ट प्रस्तुत करें | आने वाला समय सर्दी का है, किसी भी पशु को नुकसान ना हो | अलार्म हीटर त्रिपाल की व्यवस्था सभी गौ संरक्षण केंद्र पर होनी चाहिए और चारा चोकर चूरी की व्यवस्था पर्याप्त मात्रा में रहे तथा वैक्सीनेशन सभी गोवंश का हो जाना चाहिए ,किसी भी गौ संरक्षण केंद्र से किसी प्रकार की कोई शिकायत प्राप्त ना हो। कहा कि, मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी अपनी टीम को अलर्ट कर दें और प्रतिदिन स्वयं भी गौशालाओं का निरीक्षण करें।

जिलाधिकारी ने कहा आईजीआरएस पर प्राप्त शिकायतों के निस्तारण के संबंध में कहा कि, अधिकारी समय से निस्तारण करते रहें डिफाल्टर की श्रेणी में कोई भी शिकायत नहीं आनी चाहिए ।

इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी विद्या नाथ शुक्ला ,डी सी एनआरएलएम बीपी सिंह ,कृषि उपनिदेशक प्रशांत कुमार, जिला पूर्ति अधिकारी केवी सिंह सहित अधिकारी उपस्थित रहे।