दिल्ली प्रांत की शिक्षा के उन्नयन में पश्चिमी उत्तर प्रदेश के शिक्षकों की अहम भूमिका : अजय वीर यादव
शिक्षकों के सम्मान विषय पर काव्य गोष्ठी भी आयोजित
संवाददाता शशि धामा
खेकड़ा | लोक साहित्य संस्कृति समिति द्वारा शिक्षक सम्मेलन एवं काव्य गोष्ठी का आयोजन किया गया | रामपुर चौपाल के निकट समिति के अध्यक्ष योगेन्द्र सुंदरियाल के दिशा निर्देशन में गजेंद्र गजानन के आवास पर आयोजित काव्य गोष्ठी में मुख्य अतिथि अजय वीर यादव को सम्मानित किया गया |कार्यक्रम की अध्यक्षता दयानंद शर्मा ने की |
इस अवसर पर बाबूलाल शर्मा , लोकेश कौशिक, अजय आनंद, राघवेश कुमार सिंह चौहान की गरिमामय उपस्थितिर रही।संचालन राजेश कुमार कश्यप द्वारा किया गया। समारोह में आए दिल्ली के शिक्षकों का सम्मान किया गया। इस अवसर पर अजय वीर यादव के नेतृत्व में शिक्षक शक्ति मंच द्वारा शिक्षकों के हित में नित्य प्रति शिक्षक संपर्क एवं समस्याओं का निदान ही उद्देश्य है, पर प्रकाश डाला गया तथा बताया कि, दिल्ली की शिक्षा व्यवस्था में पश्चिमी उत्तर प्रदेश के शिक्षकों का पहले से ही बहुत बड़ा योगदान रहा है और आगे भी रहेगा |
काव्य गोष्ठी में शिक्षकों ने अपनी काव्यकला का अद्भुत नमूना पेश जिसमें गजेंद्र गजानन ने, धन्य है मात पिता गुरु की शिक्षा,जिन की कृपा से पत्थर भी भगवान बने, कहकर नमन वंदन किया | बाबूलाल शर्मा ने -शिक्षा का स्वरूप बदल दो,करके सफल अभियान, एकता और अनुशासन का,
रखे हम सब ध्यान -- से शिक्षकों में नवतेज और प्रेरणा भरी | कश्यप राजेश राज ने कहा -मैं शिक्षक हूं शिक्षक के गुण को गाता हूं,
उससे पहले सब गुरुओं को अपना शीश नवाता हूं - कहकर अपना कर्तव्य निर्वहन किया |इस अवसर पर उपस्थित श्रोताओं कविताओं का खूब आनंद लिया।