ग्रामीण व श्रमिक महिलाओं को सरकारी योजनाओं सहित बालिका सुरक्षा, सुमंगला योजना की दी गई जानकारी
••बालश्रम व बालविवाह को बताया बच्चों के उज्ज्वल भविष्य पर कुठाराघात ••बच्चों के समुचित शिक्षा प्रबंधन के लिए श्रमिक शिक्षा बोर्ड के कार्यकारी निदेशक द् सहयोग का भरोसा
ब्यूरो डा योगेश कौशिक
फखरपुर | नवोदय चेतना कल्याण समिति सांकरोद के सौजन्य से ग्रामीण कृषि श्रमिक महिलाओं को सरकारी योजनाओं की जानकारी दिए जाने के साथ ही बालश्रम और भिक्षा प्रवृत्ति को बच्चों के भविष्य पर कुठाराघात बताया गया तथा उन्हें शिक्षित बनाने का आह्वान किया गया |
ग्रामीण कृषि श्रमिक महिलाओं की चौपाल में केंद्रीय श्रमिक शिक्षा बोर्ड के कार्यवाहक निदेशक विजेन चक्रवर्ती ने बताया कि, केंद्रीय योजनाओं का लाभ पाने के लिए पात्र ग्रामीण महिलाओं को बिना किसी झंझट और देरी किए बड़ी आसानी से मिल जाता है, इसके लिए अपने आधार कार्ड, आय प्रमाण पत्र और संबंधित योजना के लिए अपेक्षित प्रमाण दिए जाने पर आवेदन किया जा सकता है, जिसके लिए कोई चार्ज अथवा शुल्क भी नहीं लिया जाता |
खेकड़ा थाने के उप निरीक्षक दिनेश द्वारा भिक्षा प्रवृत्ति को समाज के लिए अभिशाप बताया तथा कहा कि, हमें बालश्रम और बालविवाह जैसी बुराइयों को रोकने के लिए आगे आना होगा, जिससे बच्चों के उज्ज्वल भविष्य का रास्ता साफ हो और उन्हें बेहतर शिक्षा सुविधा दिलाने में अपने कर्तव्य का पालन करना चाहिए |
नवोदय चेतना कल्याण समिति के अध्यक्ष व समाजसेवी देवेंद्र धामा तथा अमित ने बालिका सुरक्षा के संबंध में विस्तार से जानकारी दी तथा उनके लिए सरकार की सुमंगला योजना से लाभान्वित कराने के लिए भी श्रमिक महिलाओं को सरल तरीका बताया | इस दौरान गर्भपात जैसे महापाप की रोकथाम के लिए भी महिलाओं को प्रेरित किया गया तथा कहा गया कि, गर्भपात दुनिया में आने से पहले ही किसी की हत्या किया जाना ; कानूनी, सामाजिक और धार्मिक दृष्टि से भी जुर्म है |