आदर्श शिक्षक व समाजसेवी कुलदीप राठी की तीसरी पुण्यतिथि पर दो विद्यालयों के बच्चों को स्कूल बैग वितरित
शरीर नश्वर है, श्रेष्ठ कर्मों से बनी पहचान होती है सार्वकालिक: बसंत तोमर
ब्यूरो डा योगेश कौशिक
दोघट। मिलनसार, समाजसेवी,आदर्श शिक्षक के रूप में ख्यातिलब्ध रहे कुलदीप राठी की तीसरी पुण्यतिथि पर यज्ञ के साथ ही पारिवारिकजनों ने स्कूली छात्र व छात्राओं को स्कूल बैग किए वितरित।
बता दें कि, आदर्श शिक्षक तथा बाद में कानूनगो बने कुलदीप राठी, सौहार्द व सहयोग की भावना के कारण सबके चहेते हो गये थे, लेकिन कोरोना काल में असामान्य निधन हो गया था। उनकी स्मृति में गांव गांगनौली में पुण्यतिथि के मौके पर समाज और परिवार के लोग जरूरतमंदों तथा गरीबों की मदद करते हैं।
कुलदीप राठी की तीसरी पुण्यतिथि के मौके पर पिता सरदार सिंह ने प्राथमिक व जूनियर हाई स्कूल के बच्चों को स्कूली बैग वितरित किये। इस अवसर पर जिला पंचायत सदस्य बसंत तोमर ने कहा कि, शरीर तो नाशवान् है, लेकिन जो अपने श्रेष्ठ कर्मों से पहचान बना लेता है, उसकी याद हमेशा बनी रहती है। युवा रालोद नेता गौरव बडौत ने कहा कि कुलदीप राठी जैसे होनहार आदर्श व्यक्तित्व के जल्दी ही हमारे बीच से चले जाने का दुख तो सभी को है, किंतु उनके कार्यों व समाज सेवा के कारण आज भी गर्व की अनुभूति होती है।
स्कूल बैग वितरण के मौके पर दोनों विद्यालयों के प्रधानाध्यापकों सहित आजाद राठी, संजीव नेताजी, युग राठी, जितेन्द्र, पंकज, अंकित, बसंत राठी, यश लाकड़ा, नितिन राठी, नरेंद्र सिंह , सतेन्द्र राठी आदि मौजूद रहे।