धर्म को धारण करना सिखाते हैं पुराण, जबकि रामचरितमानस बेहतर जीवन जीने की कला : सत्यदेव आश्रम दंडी स्वामी

धर्म को धारण करना सिखाते हैं पुराण, जबकि रामचरितमानस बेहतर जीवन जीने की कला : सत्यदेव आश्रम दंडी स्वामी

संवाददाता आशीष चंद्रमौलि

बडौत। सनातन धर्म प्रचारिणी महासभा के तत्वाधान में चातुर्मास कर रहे दंडी स्वामी सत्यदेव आश्रम ने श्रीमद्भागवत महापुराण कथा को सुनाते हुए कहा, श्रीरामचरितमानस हमें जीवन जीना सिखाती है वहीं श्रीमद्भागवत महापुराण हमें जन्म मृत्यु के भय से मुक्ति प्रदान करती है, इसी क्रम में पुराण हमें सत्य मार्ग पर चलना सीखाते है । इसलिए हमें पुराण श्रवण कर उन बातों का मनन और ध्यान करना व उन्हें मानना चाहिए। 

कहा कि, जिस प्रकार व्यक्ति अपने जीवन में बचपन से सुनकर रिश्तो को मानता है । वह सुनकर ही तो मानता है कि, यह मेरी बहन है ,यह मेरी माता है, यह बेटी है तथा उन रिश्तो को निभाते हैं, इसी प्रकार वेद पुराणों में कही हुई बातों को श्रवण करके मनन एवं धारण करना चाहिए । धर्म मार्ग पर चलने वाले व्यक्ति का डर भय समाप्त हो जाता है । 

सनातन धर्म प्रचारिणी महासभा के सचिव डॉक्टर दीपक गौतम ने बताया कि, आज का पुराण पूजन व आरती आनंद वर्मा साईकिल वालो के परिवार द्वारा की गई । पूजन पंडित मुनेंद्र शर्मा द्वारा कराया गया । कथा श्रवण करने वालों में डॉ अखिलेश शर्मा डॉ रमेश वशिष्ठ आजाद वर्मा शेखर वर्मा मंसाराम गर्ग दिनेश गोयल रामवती वीणा रितु सारिका आदि रहे।