धरती पर उतरी थी लेकर कितना पावन पानी इसमें नहाए कामी क्रोधी लोभी और अज्ञानी
इसरार अंसारी
मवाना । बुधवार को कार्तिक पूर्णिमा गंगा स्नान के पश्चात गंगा मैया के शुभचिंतक लोगों ने गंगा घाटों पर पहुंचकर प्रशासन के सहयोग से सफाई अभियान चलाया और गंगा मैया को निर्मल बनाने में तन मन धन से अपना सहयोग प्रदान किया जिसमें क्षेत्र के विभिन्न समाजसेवी संस्थाओं एवं प्रशासनिक अधिकारियों ने बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया जबकि कार्तिक पूर्णिमा से 1 दिन पूर्व। गंगा स्नान में जहां ट्रैक्टर ट्रॉली एवं भैंसा बुग्गीयों की लाइन लगी रही तो वही स्कूल के बच्चों ने गंगा स्नान पर जाने वाले श्रद्धालुओं को पंपलेट वितरित कर साफ सफाई एवं स्वच्छता के प्रति जागरूक किया था जिसमें नगर क्षेत्र के बाल भारती पब्लिक स्कूल एवं मदर्स इंटरनेशनल पब्लिक स्कूल के छात्र छात्राओं ने श्रद्धालुओं को जागरूक किया था। इस दौरान मदर्स इंटरनेशनल पब्लिक स्कूल की प्रबंधक सरबजीत घुम्मन ने बताया था कि जहां गंगा मय्या जो अपने भक्तों और मानव जाति को मुक्ति देने के लिए स्वयं ब्राहम लोक से इस पृथ्वी लोक पर आई थी और कल कल करती हुई बहते हुए अपने सेवकों को शुभाशीष प्रदान कर भारतीय मैदानों को अपने पवित्र जल से अभीशिचित करते हुए निरंतर बहती रहती है। लेकिन कुछ श्रद्धालु गंगा स्नान के दौरान गंगा में गंदगी फैलाते हैं तथा कूड़ा कचरा डालने से गंगा दूषित हो जाती है जिस पर किसी शायर ने पंक्तियां लिखी थी के धरती पर उतरी थी लेकर कितना पावन पानी इसमें नहाए कामी क्रोधी लोभी और अज्ञानी। इसी के चलते बुधवार को नगर विभिन्न समाजसेवियों एवं क्षेत्र के स्कूल के छात्र छात्राओं ने गंगा तट पर पहुंचकर सफाई अभियान चलाया।