रायबरेली | बाल विकास सेवा एवं पुष्टाहार विभाग के तत्वावधान में उत्तर प्रदेश तकनीकी सहयोग इकाई (यूपीटीएसयू)की मदद से विकास भवन सभागार में बाल विकास परियोजना अधिकारियों(सीडीपीओ) एवं सुपरवाइजर( मुख्य सेविका ) को “सहयोग एप”के बारे में दो दिवसीय प्रशिक्षण दिया गया |
प्रशिक्षण के अंतिम दिन मंगलवार कोजिला कार्यक्रम अधिकारी शरद कुमार त्रिपाठी ने बताया कि इस एप को बाल विकास परियोजना अधिकारियों एवं सुपरवाइजर की मदद के लिए विकसित किया गया है | सहयोग एप सरल, उपयोग में आसान, मोबाइल आधारित यूजर फ़्रेंडली है |
इस एप के माध्यम से विभाग द्वारा प्रदान की जाने वाली सेवाओं की गुणवत्ता और कार्यप्रणाली में सुधार के लिए व्यवस्थित तरीके से प्रभावी गतिविधि करने के लिए आंगनबाड़ी कार्यकताओं का सहयोग किया जा सकेगा |
यूपीटीएसयू की प्रतिनिधि ने बताया कि सहयोग एप को सीडीपीओ एवं मुख्य सेविका गूगल प्ले स्टोर पर जाकर Sahyog-UP टाइप कर के डाउनलोड करेंगी | डाउनलोड करने के बाद अपना मोबाइल नंबर डाल कर लॉग इन करेंगे | लॉग इन होने के बाद उनके मोबाइल नंबर पर एक ओटीपी आएगा जिसके बाद सहयोग एप का उपयोग शुरू किया जा सकेगा
इस एप में सीडीपीओ अपने अंतर्गत आने वाली सभी मुख्य सेविका का विवरण और मुख्य सेविका अपने अंतर्गत आने वाली सभी आंगनबाड़ी कार्यकर्ता का विवरण जोड़ सकती हैं | सीडीपीओ अपने अधीन आने वाली सभी परियोजनाओं को जोड़ सकते हैं |
इस एप पर असाइन कार्यकर्ता,मासिक योजना, जॉब एड, मेरा परफॉर्मेंस फ़ीडबैक मैकेनिज़्म, डाटाबेस की सूचना में सुधारऔर इनबिल्ट चेकलिस्ट जैसे फीचर हैं | असाइन कार्यकर्ता फीचर में सुपरवाइजर के अधीन आने वाली आँगनबाड़ी कार्यकर्ताओं का नाम मिलेगा जिसका उपयोग करके मासिक योजना बनाई जा सकती है | मासिक योजना फीचर में सीडीपीओ और सुपरवाइजर एक दिन में सिर्फ दो विजिट की योजना बना सकते हैं |
जॉब एड में 16 विषयों से संबंधित आईईसी को शामिल किया गया है | सुपरवाइजर इसका उपयोग अपनी स्वयं की एवं आंगनबाड़ी कार्यरकर्ता की जानकारी बढ़ाने के लिए कर सकती हैं| उक्त प्रशिक्षण बाल विकास परियोजना अधिकारी सत्य जीत सिंह तथा यूपीटीएसयूकी प्रतिनिधि द्वारा दिया गया |
इस मौके पर छह सीडीपीओ और 54 मुख्य सेविका को प्रशिक्षण दिया गया |