भारतीय भाषा दिवस के मौके पर बच्चों ने अलग-अलग भाषाओं में सीखा नमस्ते बोलना
उत्तर-दक्षिण के सेतु के नाम से प्रसिद्ध महाकवि सुब्रह्मण्य भारती की जयंती पर आयोजित हुआ कार्यक्रम
रायबरेली 1 उत्तर-दक्षिण के सेतु के नाम से प्रसिद्ध महाकवि सुब्रह्मण्य भारती की जयंती के मौके पर शासन के निर्देश पर बेसिक और माध्यमिक शिक्षा विभाग की तरफ से "भारतीय भाषा उत्सव" के रूप में मनाया गया। बेसिक शिक्षा विभाग के उच्च और प्राथमिक स्कूलों और माध्यमिक कॉलेजों की तरफ से 11 दिसंबर यानि आज भारतीय भाषा दिवस मनाया जा रहा है। संस्कृति विभाग की तरफ से दिए गए निर्देश के हिसाब से मनाएं गए भाषा दिवस का मकसद, राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 की सिफारिशों के तहत छात्रों को भारतीय भाषाओं की जानकारी देने, अन्य भारतीय भाषाएं सीखने के लिए प्रोत्साहित करना है। भारतीय भाषाओं के माध्यम से राष्ट्रीय एकता को मजबूती मिलेगी।
इसी क्रम में अमावां ब्लॉक के प्राथमिक और उच्च प्राथमिक विद्यालय में सोथी, जरैला, थुलवासा सहित अन्य विद्यालयों में भारतीय भाषा दिवस पर कार्यक्रम का आयोजन हुआ। इस दौरान शिक्षकों ने बच्चों को संस्कृत, उर्दू आदि भाषाओं में नमस्ते करना और अपना परिचय देना सिखाया। ऐसे ही राजकीय इंटर कॉलेज और बालिका इंटर कॉलेज रायबरेली, बछरावां, गुरुगुजपुर, हलोर, भागीरथी इंटर कॉलेज और हरिनारायण इंटर कॉलेज सहित अन्य विद्यालयों में कार्यक्रम के जरिए बच्चों को भाषा के बारे में बताया गया। इसके अलावा बच्चों की खेलकूद प्रतियोगिता भी विद्यालयों में किया। स्कूल के प्रधानाचार्य रत्नेश कुमार, पुष्पापति, बृजेश सिंह, पूजा, सुरेश मिश्रा ने बच्चों को भारतीय भाषाओं का महत्व समझाया।
भारतीय भाषा उत्सव में शामिल होंगे लाखों छात्र
जिला विद्यालय निरीक्षक ओमकार राणा, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी शिवेंद्र प्रताप सिंह ने बताया कि महाकवि सुब्रह्मण्यम की 140वीं जयंती को भारतीय भाषा उत्सव के रूप में मनाना जा रहा है। बीईओ मुख्यालय वीरेंद्र कनौजिया ने बताया कि शिक्षा मंत्रालय की ओर से देश भर में महाकवि सुब्रह्मण्यम की 140वीं जयंती को भारतीय भाषा उत्सव मनाया जा रहा है। इसमें देश के एक लाख से अधिक विश्वविद्यालय, विद्यालय अन्य शिक्षण संस्थानों के एक करोड़ छात्र शामिल हैं। सरकार के निर्देश पर प्राथमिक और उच्च माध्यमिक विद्यालय में भारतीय भाषा उत्सव के आयोजन हो रहे हैं।