जीवन जीने के तरीकों को आसान बनाएं, भौतिक सुविधाओं का सहारा लें कम से कम:शास्त्री

जीवन जीने के तरीकों को आसान बनाएं, भौतिक सुविधाओं का सहारा लें कम से कम:शास्त्री

संवाददाता सीआर यादव

 अमीनगर सराय। लुहारा में चल रही श्रीमद्भागवत कथा में व्यास जी ने  भौतिक सुविधाओं को कम से कम प्रयोग कर जीवन को सरल और साधारण बनाए जाने के साथ ही कहा आ, इससे मन शांत और प्रभु भक्ति आसानी से प्राप्त की जा सकती है।

 कथा व्यास ब्रह्मपाल शास्त्री ने कथा में प्रवचन करते हुए बताया कि ,आज का मनुष्य भौतिक वस्तुओं से इतना घिरा हुआ है कि ,कोई भी काम बिना  भौतिक मशीन द्वारा संभव नहीँ है, एक दूसरे के पास बैठकर भी मोबाइल में लगे रहना आज का चलन हो गया है। हम सब इस तरह भौतिकता में घिर गए हैं कि ,अपने वास्तविक जीवन और जीने के तरीके को भूलते जा रहे हैं, इसी का परिणाम है कि, प्रभु भक्ति भी हमसे दूर होती जा रही है |

 कहा कि,हमने अपने आपको ऐसा व्यस्त कर दिया है ,जिसकी वजह से मन का एकाग्रचित रहना संभव नहींं है और मन ही शांत नहींं ,तो पूजा अर्चना व ध्यान की तो सोच भी नहींं सकते,जिसकी वजह से प्रभु भक्ति से दूर होते चले जा रहे हैं | प्रवचन में सैकडों की संख्या में श्रद्धालु उपस्थित रहे।